Britain Election: लेबर पार्टी ने आम चुनाव में दोहराया 1997 का इतिहास, टोनी ब्लेयर के नेतृत्व में तब पार्टी ने जीती थीं 418 सीटें

चुनाव में ऋषि सुनक ने आखिरी समय तक मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि लेबर पार्टी को चुनने से अधिक टैक्स लगेंगे, लेकिन ये काम नहीं आ सका और लोगों ने उनको नकार दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2024 10:03 AM

दिल्ली : ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी ने 400 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है. वहीं ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा है. लेबर पार्टी को कुल 650 में से 412 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कंजर्वेटिव पार्टी सिर्फ 120 सीटों पर सिमट चुकी है. इसके साथ ही लेबर पार्टी ने अपनी जीत का 1997 का इतिहास दोहराया है. टोनी ब्लेयर के नेतृत्व में तब लेबर पार्टी ने 418 सीटें जीती थीं. यह कंजर्वेटिव पार्टी की पिछले 200 सालों में सबसे बड़ी हार है. यह बात काफी समय से चल रही थी कि ब्रिटेन पर कंजर्वेटिव पार्टी की पकड़ कमजोर होते जा रही है.

चार साल पहले ही बोरिस जॉनसन की अगुआई में कंजर्वेटिव पार्टी ने जीत दर्ज की थी. धोखाधड़ी के मामले में बोरिस जॉनसन को पद छोड़ना पड़ गया. उसके बाद लिज ट्रस को कार्यकाल दिया गया फिर कुछ समय के बाद उनको भी प्रधानमंत्री के पद से हटना पड़ा. उसके बाद ऋषि सुनक को पीएम पद दिया गया. जब तक उनको यह पद दिया गया, तब तक काफी वक्त निकल चुका था. अचानक कई बार लीडर को बदलने के बाद लोगों में ये संदेश गया कि जो कंजर्वेटिव पार्टी अपने आप को पार्टी ऑफ गर्वनेंस कहती है, वह इसको लेकर गंभीर नहीं है. यही कारण है कि कंजर्वेटिव पार्टी को इस चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है.

हालांकि, चुनाव में ऋषि सुनक ने आखिरी समय तक मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि लेबर पार्टी को चुनने से अधिक टैक्स लगेंगे, लेकिन ये काम नहीं आ सका और लोगों ने उनको नकार दिया. सुनक ने अपनी पार्टी की हार को स्वीकार करते हुए किएर स्टार्मर को जीत की बधाई दी है. ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटिश लोगों ने एक गंभीर फैसला सुनाया है. इन नतीजों में सीखने और विचार करने के लिए बहुत कुछ है. वहीं, कंजरवेटिव पार्टी की स्कॉटिश नेता रूथ डेविसन ने अपनी पार्टी की बड़ी हार को एक नरसंहार बताया है. डेविसन ने कहा कि अब इसे छिपाने की कोई जरूरत नहीं है, यह एक नरसंहार है.

पहली बार किसी महिला को वित्त मंत्री का पद

पद सांसद
उप प्रधानमंत्री एंजेला रेनर
गृह मंत्री वेची कूपर
वित्त मंत्री रेचेल रीव्स
विदेश मंत्री डेविड लैमी
रक्षा मंत्री जॉन हीली
पद सांसद
शिक्षा मंत्रीब्रिजेट फिलिप्सन
ऊर्जा मंत्रीएड मिलिबैंड
परिवहन मंत्री लुईस हेघ
व्यापार और जोनाथन
वाणिज्य मंत्री रेनॉल्ड्स

चाहे आपने हमें वोट किया हो या नहीं, मेरी सरकार आप सब के लिए काम करेगी. मैं लोगों के लिए काम करने वाली सरकार में आप सब का स्वागत करता हूं. मैं ऋषि सुनक को उनके पहले एशियाई मूल के पीएम बनने के लिए धन्यवाद देता हूं. उसके लिए उन्होंने जो अतिरिक्त मेहनत की है, उसे नकारना नहीं चाहते. हम उनकी मेहनत को सलाम करते हैं.

किएर स्टार्मर

फैक्ट्री वर्कर का बेटा बना पीएम, तंगी में गुजरा बचपन, संघर्षों में सीखा जीत कर निखरना

किएर स्टार्मर ब्रिटेन के 58वें प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. वह एक ब्रिटिश राजनेता और वकील हैं. स्टार्मर का जन्म 2 सितंबर, 1962 को इंग्लैंड के सरे में ऑक्सटेड नामक छोटे से शहर में हुआ था. परिवार के चार बच्चों में से एक उनका पालन-पोषण लंदन के बाहर एक छोटे से शहर में एक तंगी भरे घर में हुआ. उनके पिता एक फैक्ट्री में टूल बनाने का काम करते थे. स्टार्मर की मां नर्स थीं. कई मुश्किलों के बावजूद स्टार्मर ने कभी हार नहीं मानी. 1986 में ऑक्सफोर्ड विवि के सेंट एडमंड हॉल से सिविल लॉ से ग्रेजुएट हुए. उन्होंने ट्रेड यूनियनों, मैकडॉनल्ड्स विरोधी प्रचारकों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौत की सजा पाये कैदियों की वकालत की. 2003 में स्टार्मर ने राजनीति की ओर रुख करना शुरू किया. साल 2015 में स्टार्मर पहली बार संसद के लिए चुने गये. अप्रैल 2020 में स्टार्मर को लेबर पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. वे ब्रिटेन की संसद में साल 2020 से नेता प्रतिपक्ष रहे.

भारत के प्रति क्या रहेगा उनका रुख

द्विपक्षीय संबंध
स्टार्मर चुनाव पूर्व यह घोषणा कर चुके हैं कि अगर वह निर्वाचित होते हैं, तो वे भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाना चाहेंगे.
कश्मीर
कश्मीर को बता चुके हैं भारत का आंतरिक मुद्दा, मानना है कि इसे दोनों पड़ोसियों द्वारा हल किया जायेगा.
एफटीए
एफटीए पर वार्ता को आगे बढ़ाने की बात कही, आर्थिक सुरक्षा के लिए नयी रणनीतिक साझेदारी.
हिंदू धर्म
ब्रिटिश हिंदुओं के लिए संदेश में कहा था कि ब्रिटेन में हिंदुओं के प्रति नफरत के लिए बिल्कुल जगह नहीं है.

इतनी मिलेगी सैलरी

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को रहने के लिए 10 डाउनिंग स्ट्रीट पर आवास और दफ्तर मिलता है. सैलरी की बात करें, तो उन्हें हर माह तकरीबन 5.78 लाख रुपये दिये जाते हैं.

मैं हार के लिए पार्टी से माफी मांगता हूं. कियर स्टार्मर को जीत की बधाई. उम्मीद है उनके नेतृत्व में देश का विकास होगा. ब्रिटेन दुनिया का सबसे बेहतरीन देश है और ये देश के लोगों की वजह से है. दो पीढ़ी पहले मेरा परिवार ब्रिटेन आया था और मुझे प्रधानमंत्री बनने का मौका भी मिल गया. यह इस देश की महानता है. देश अब ज्यादा समृद्ध व निष्पक्ष हुआ है.

ऋषि सुनक

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