पीएम मोदी के खिलाफ रिपोर्टिंग पर भड़के ब्रिटिश सांसद लॉर्ड रामी रेंजर, बीबीसी को लगाई फटकार
ब्रिटिश सांसद लॉर्ड रामी रेंजर ने बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग का आरोप लगाया. उन्होंने इसको लेकर एक ट्वीट किया और लिखा, @BBC न्यूज आपने एक अरब से अधिक भारतीयों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. यह लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री और भारतीय न्यायपालिका का अपमान करता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ रिपोर्टिंग भी ब्रिटिश सांसद ने बीबीसी की जमकर आलोचना की है. ब्रिटेन की संसद हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने पीएम मोदी पर हमला करने वाली नयी सीरीज पर बीबीसी को फटकार लगाई.
ब्रिटिश सांसद ने बीबीसी पर लगाया पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग का आरोप
ब्रिटिश सांसद लॉर्ड रामी रेंजर ने बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग का आरोप लगाया. उन्होंने इसको लेकर एक ट्वीट किया और लिखा, @BBC न्यूज आपने एक अरब से अधिक भारतीयों को बहुत नुकसान पहुंचाया है. यह लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री और भारतीय न्यायपालिका का अपमान करता है. हम दंगों और जानमाल के नुकसान की निंदा करते हैं. आपकी पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी निंदा करता हूं.
इंडिया: द मोदी क्वेश्चन पर बवाल
बीबीसी ने इंडिया: द मोदी क्वेश्चन नाम की दो सीरीज शुरू की है, जो इस समय काफी विवादों में है. लोग बीबीसी को निशाने पर ले रहे हैं. बीबीसी की इस सीरीज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के बीच तनाव दिखाया गया है. साथ ही 2002 के गुजरात दंगों में उनकी भूमिका के दावों की पड़ताल भी की गई है.
Also Read: बीबीसी ने कहा- वैक्सीनेशन के टार्गेट से पीछे रह गयी भारत सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया ये जवाब
सोशल मीडिया पर बीबीसी पर साधा जा रहा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सीरीज को लेकर सोशल मीडिया पर बीबीसी को जमकर ट्रोल किया जा रहा है. बीबीसी पर पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग का आरोप लगाया जा रहा है. एक ट्विटर यूजर ने तो बीबीसी को सुझाव तक दे दिया है. उसने बीबीसी से पश्चिम बंगाल में कुपोषण और बीमारी से 30 लाख लोगों की मौत पर रिपोर्टिंग करने का सुझाव दिया है.
गुजरात दंगे से जुड़े सभी मामले बंद
गौरतलब है कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगे से जुड़े सभी मामलों को बंद कर दिया. मालूम हो 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में उपद्रवियों ने एक ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था. जिसमें करीब 59 लोगों की मौत हो गयी थी. उस घटना के बाद गुजरात में दंगा भड़क गया था. जिस समय दंगा भड़की थी, उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.