2021 के गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, 27 साल बाद UK के पीएम परेड में होंगे शामिल
British Prime Minister Boris Johnson will be the chief guest on Republic Day 2021, will join the UK PM parade after 27 years : नयी दिल्ली : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे. भारत के चार दिवसीय दौरे पर आये ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
नयी दिल्ली : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे. भारत के चार दिवसीय दौरे पर आये ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
The presence of PM Boris Johnson as the chief guest at Republic Day 2021 would be in a way symbolic of a new era, a new phase of our relationship: EAM Dr S Jaishankar pic.twitter.com/kgwNCyCQ6t
— ANI (@ANI) December 15, 2020
इसके बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ”गणतंत्र दिवस 2021 में मुख्य अतिथि के रूप में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की उपस्थिति एक तरह से नये युग का प्रतीक होगी. हमारे संबंधों का एक नया चरण शुरू होगा.”
मालूम हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले माह के चौथे हफ्ते में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से फोन पर बातचीत के दौरान निमंत्रण दिया था. पीएम मोदी के निमंत्रण को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने स्वीकार कर लिया है, इसकी पुष्टि विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने की.
गौरतलब हो कि ब्रिटेन का प्रधानमंत्री 27 साल के अंतराल के बाद भारत के गणतंत्र दिवस पर एक बार फिर मुख्य अतिथि होगा. इससे पहले साल 1993 में भारत गणतंत्र दिवस परेड में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉन मेजर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे.
भारत के चार दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा कि, ”हम भारत के साथ अपने आर्थिक रिश्ते और मजबूत करना चाहते हैं. हम भारत के साथ मजबूत रक्षा और सुरक्षा रिश्ते कायम करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं.