संसद के बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण से हुई. अपने अभिभाषण की शुरुआत में ही राष्ट्रपति ने यह कहा कि मेरी सरकार का उद्देश्य 2047 तक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना है जो अतीत के गौरव से जुड़ा हो और जिसमें आधुनिकता का हर अध्याय जुड़ा हो.
राष्ट्रपति ने अपने भाषण में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का जिक्र किया, जिसमें किसानों के लिए चलाये जा रहे फसल बीमा योजना का जिक्र उन्होंने प्रमुखता से किया. साथ ही एमएसपी बढ़ाये जाने का उल्लेख भी राष्ट्रपति के भाषण में हुआ. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर हो और जो अपने मानवीय दायित्वों को पूरा करने में समर्थ हो. किसानों को सरकार दे रही है हर महीने दो हजार की सहायता, जिससे उन्हें आर्थिक मदद मिल रही है. इस योजना का लाभ भी बड़ी संख्या में महिलाएं ले रही हैं.
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार में इस बात की व्यवस्था की गयी है कि कोई गरीब भूखे पेट ना सोये. इस उद्देश्य की पूर्ति के सरकार ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की, जिसमें परिस्थितियों के अनुसार परिवर्तन कर सरकार ने आगे भी जारी रखने का निर्णय किया है. साथ ही गरीबों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए मेरी सरकार ने गरीबों का आयुष्मान कार्ड बनवाया. मेरी सरकार के करीब नौ वर्षों के शासनकाल में भारत के लोगों ने कई सकारात्मक बदलाव पहली बार देखे हैं.
द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार ने महिला सशक्तीकरण के लिए मेरी सरकार ने ठोस प्रयास किये हैं. उन्हें अधिकार दिलाया है और उनकी शिक्षा की उचित व्यवस्था करवाई है. भारत की नारी को समान अवसर दिलाने के लिए सरकार ने हर सेक्टर में महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी है और कहीं भी प्रतिबंधित नहीं किया है. बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ नारे को सरकार ने बखूबी लागू किया है. आयुष्मान कार्ड की लाभार्थी भी 50 प्रतिशत महिलाएं ही हैं. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी सरकार ने भरपूर सहयोग दिया है ताकि गरीब महिलाएं खुद सशक्त हो सकें. इन्हें सरकार सस्ते दर पर ऋण उपलब्ध कराती है. सुकन्या योजना और स्कूलों में सेनेटरी पैड की योजना से बालिकाओं को फायदा हुआ है और स्कूलों में ड्राॅप आउट कम हुआ है.
आदिवासियों के कल्याण के लिए भी मेरी सरकार प्रतिबद्ध है और उनके कल्याण के लिए योजनाएं चला रही है. एकलव्य विद्यालयों से आदिवासी बच्चे शिक्षित हो रहे हैं. हमारी सरकार का उद्देश्य हर वर्ग का बिना भेदभाव के विकास करना है. अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार सदैव तत्पर है और उनमें आत्मविश्वास का भाव जागृत किया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृत काल की 25 साल की अवधि आजादी का स्वर्णिम काल और विकसित भारत के निर्माण का समय है. आज सबसे बड़ा बदलाव यह हुआ है कि हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है एवं भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदला है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए मेरी सरकार ने उचित और प्रभावी व्यवस्था की है, जिसकी वजह से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हम सफल हो रहे हैं. पहले आयकर रिफंड के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था, लेकिन आज परिस्थिति बदल चुकी है. अब आप आयकर रिटर्न दाखिल करें कुछ ही दिनों में आपको रिफंड मिल जायेगा.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हमारी सरकार को पर्यावरण की चिंता है. यही वजह है कि सरकार ने हाइड्रोजन मिशन को लाॅन्च किया है. ई-व्हीकल को बढ़ावा दिया जा रहा है. साथ ही सौर ऊर्जा को भी बढ़ाया जा रहा है. राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने यह सोच बदल दी है कि प्रगति और प्रकृति एक साथ नहीं चल सकते, सरकार ‘हरित विकास’ पर ध्यान केंद्रित कर रही है
भारतीय रेलवे तेजी से दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक रेलवे नेटवर्क बनने की ओर अग्रसर है. दुर्गम इलाकों में भी रेलवे की पहुंच बनी है, जबकि सरकार नदियों के जरिये भी आवागमन के रास्ते ढूंढ़ रही है.
गुलामी की हर निशानी से छुटकारा पाने की कोशिश में केंद्र सरकार जुटी है, इसलिए सरकार ने, राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ किया है.