Budget 2025: चीनी खिलौने मार्केट को टक्कर देगा भारत, मैन्यूफैक्चरिंग को लेकर बनेगा ग्लोबल हब

Budget 2025: भारत को खिलौना मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बनाया जाएगा. इसके लिए देश में एक राष्ट्रीय योजना बनाने की घोषणा की है, जिसके तहत खिलौना क्षेत्र के लिए उपाय सुझाए जाएंगे.

By Shashank Baranwal | February 1, 2025 12:06 PM

Budget 2025: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी 3.0 का पहला पूर्ण बजट पेश कर रही हैं. इस बजट में उन्होंने खिलौना इंडस्ट्री को फोकस में रखा है. उन्होंने बताया कि भारत को खिलौना मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बनाया जाएगा. इसके लिए देश में एक राष्ट्रीय योजना बनाने की घोषणा की है, जिसके तहत खिलौना क्षेत्र के लिए उपाय सुझाए जाएंगे. इस नई योजना का मकसद भारत को खिलौने के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास करना है.

हाई क्वालिटी और टिकाऊ खिलौने बनाने का प्रयास

भारत को खिलौना मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल सेंटर बनाने के लिए मेड इन इंडिया ब्रांड का प्रतिनिधित्व करते हुए हाई क्वालिटी और टिकाऊ खिलौने का उत्पादन करने का प्रयास किया जाएगा. दरअसल, आजकल भारतीय बाजारों में चीनी खिलौने की भरमार रहती है. ऐसे में चीनी खिलौना मार्केट को टक्कर देने के लिए सरकार की यह बड़ी पहल है.

गौरतलब है कि देश के मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ब्रिटिश खिलौना ब्रैंड हैमलीज को पहले ही खरीद चुकी है. हैमलीज के साथ-साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज रोवन नाम के खिलौना ब्रांड के जरिए खिलौने का उत्पादन कर कारोबार कर रही है. हैमलीज ब्रांड की स्थापना तकरीबन 265 साल पहले 1760 ई. में हुई थी, जो कि दुनिया की सबसे बड़ा और पुराना खिलौना ब्रांड है.

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