संसद का आज से बजट सत्र, हंगामे के लिए विपक्ष तैयार! AAP और BRS ने किया राष्ट्रपति मुर्मू के भाषण का बहिष्कार
Budget Session: संसद का बजट सत्र आज यानी मंगलवार से शुरू हो रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद संसद का बजट सत्र शुरू हो जाएगा. राष्ट्रपति के संबोधन के बाद सदन में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा.
Budget Session: आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद बजट सत्र की शुरूआत होगी. द्रौपदी मुर्मु पहली बार सेंट्रल हॉल में संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगी. बता दें, मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल ये आखिरी ये पूर्ण बजट है. वहीं, सदन में इकोनॉमिक सर्वे भी पेश किया जाएगा. विपक्ष के तेवर देखकर लगता है कि सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार होगी.
राष्ट्रपति के अभिभाषण से शुरू होगा सत्र: आज यानी मंगलवार को संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपना पहला अभिभाषण देंगी. सत्र के दौरान सरकार संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी. बजट सत्र में में सरकार की मंशा सत्र को सुचारू रूप से चलाने पर रहेगी जबकि विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे. वहीं, राष्ट्रपति के अभिभाषण का आम आदमी पार्टी और बीआरएस ने बहिष्कार करने का ऐलान किया है. AAP ने कहा कि पार्टी के सांसद अभिभाषण के समय संसद भवन से बाहर रहेंगे.
#BudgetSession | Aam Aadmi Party (AAP) to boycott the President's Address today, the party's MPs will stay out of the Parliament House at the time of the address: AAP Sources
— ANI (@ANI) January 31, 2023
दो चरणों में संपन्न होगा बजट सत्र: सरकार का आखिरी पूर्ण बजट सत्र इस बार दो चरणों में पूरा होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी 2023 को वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगा. इस बार बजट सत्र में 27 बैठक होंगी.
बजट सत्र के हंगामेदार होने के आसार: इस बार बजट सत्र के हंगामेदार होने के आसार है. हालांकि सोमवार को को सर्वदलीय बैठक में सरकार ने साफ कर दिया था कि वह संसद में नियमों के तहत हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है. साथ ही सरकार ने सदन सुचारू रूप से चलाने में सभी से सहयोग की भी अपील की थी. वहीं, अडाणी समूह, जाति आधारित गणना, महंगाई, बेरोजगारी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष के तेवर तल्ख नजर आ रहे हैं.