सुप्रीम कोर्ट ने आरटीपीसीआर टेस्ट पर उठाये सवाल, कहा- मौजूदा समय पर नहीं किया जा सकता भरोसा, सीए परीक्षा पर आज होगी सुनवाई
चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की परीक्षा को स्थगित करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज यानी बुधवार को भी सुनवाई होगी. इससे पहले मंगलवार को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मौजूदा समय में आरटीपीसीआर टेस्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. ऐसे में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति अनुराधा बोस की खण्डपीठ ने सीए परीक्षाओं को लेकर कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा था.
चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की परीक्षा को स्थगित करने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज यानी बुधवार को भी सुनवाई होगी. इससे पहले मंगलवार को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मौजूदा समय में आरटीपीसीआर टेस्ट पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. ऐसे में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति अनुराधा बोस की खण्डपीठ ने सीए परीक्षाओं को लेकर कई बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा था.
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूछा था कि, अगर कोई छात्र कोरोना पॉजिटिव होता है तो उसे आगे मौका दिया जाएगा या नहीं. इसके अलावा सर्वोच्च न्यायालय ने आरटीपीसीआर टेस्ट का विकल्प, परीक्षा हॉल के अंदर बैठने की व्यवस्था, अगर कोई परीक्षा केंद्र संशोधित होता है तो स्टूडेंट्स को वैकल्पिक सेंटर चुनने समेत कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है. गौरतलब है कि, आईसीएआई ने बीते 28 जून को हलफनामा दायर कर कहा था कि इस वर्ष चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की परीक्षा स्थगित नहीं की जाएगी.
गौरतलब है कि सीए की परीक्षा को लेकर आईसीएआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि अधिकांश छात्र परीक्षा देना चाहते हैं. आईसीएआई का कहना है कि रजिस्टर्ड 3.7 लाख अभ्यर्थियों में से 2.5 से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षाएं देने के पक्ष में हैं. यहां तक की अधिकांश छात्रों ने तो अपने ऐडमिट कार्ड तक डाउनलोड कर लिए हैं. ऐसे में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने कहा है कि पांच जुलाई में होने वाली चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षाओं को रद्द नहीं किया जाना चाहिए.
वहीं, परीक्षा को लेकर छात्रों ने ऑप्ट आउट का विकल्प नहीं होने पर चिंता जताई है. छात्रों का यह भी कहना है कि उन छात्रों को छूट नहीं दी गई है, जो कोरोना के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते. छात्रों का यह भी कहना है कि उन्होंने अपनी चिंताओं से आईसीएआई को अवगत कराया था. लेकिन अभी तक इसको लेकर कुछ भी साफ नहीं किया जा सका है. हालांकि, इस मामले में आज फिर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है, ऐसे में देखने है कि सीएम परीक्षा पर कोर्ट क्या फैसला सुनाती है.
Posted by: Pritish Sahay