मुंबई : यस बैंक (Yes Bank) घोटाला मामले में मुंबई की एक विशेष अदालत ने शुक्रवार को व्यवसायी कपिल और धीरज वधावन की सीबीआई हिरासत अवधि 10 मई तक बढ़ा दी है. वधावन बंधु दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) और आरकेडब्ल्यू डेवलपर्स के प्रमोटर हैं. सीबीआई ने उन्हें यस बैंक घोटाला मामले में पिछले महीने गिरफ्तार किया है. शुक्रवार को सीबीआई ने हिरासत की अवधि समाप्त होने के पहले वधावन बंधुओं को विशेष अदालत में पेश किया.
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सीबीआई के अनुसार, यस बैंक घोटाला मामले की साजिश और राणा कपूर के साथ उनके रिश्तों का पता लगाने के लिए वधावन बंधुओं से आगे भी पूछताछ करने की आवश्यकता है. जांच एजेंसी ने अदालत के सामने इसी बात को लेकर अपना पक्ष रखते हुए हिरासत अवधि बढ़ाने की मांग की. सीबीआई की दलील सुनने के बाद अदालत ने दोनों भाइयों की सीबीआई हिरासत 10 मई तक के लिए बढ़ाने का आदेश दिया.
जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, वधावन बंधु यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) राणा कपूर एवं अन्य के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई की ओर से दर्ज की गयी प्राथमिकी में आरोपी बनाए गए हैं. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बैंक के पूर्व सीईओ राणा कपूर (62) ने खुद और अपने परिवार को उनके मालिकाना हक वाली कंपनियों के जरिये अनुचित फायदा पहुंचाने के बदले में यस बैंक के माध्यम से डीएचएफएल को वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी है.
सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक, यह घोटाला अप्रैल से जून 2018 के बीच हुआ, जब यस बैंक ने घोटाला प्रभावित डीएचएफएल के अल्प अवधि के ऋणपत्र में 3,700 करोड़ रुपये निवेश किये थे. इसके बदले वधावन ने कथित तौर पर कपूर और उनके परिवार के सदस्यों को ऋण के रूप में 600 करोड़ रुपये की कथित तौर पर रिश्वत दी थी. सीबीआई के अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी यस बैंक घोटाले के सिलसिले में दोनों भाइयों की भूमिका की जांच कर रहा है.