नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) फोन टैपिंग मामले में मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त संजय पांडे को गिरफ्तार किया है. उन्हें पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल, वे प्रवर्तन निदेशालय की न्यायिक हिरासत में थे. इसके साथ ही, दिल्ली की एक अदालत ने संजय पांडेय को 4 दिन के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. अदालत ने अपने आदेश में कहा कि सीबीआई के पास जांच आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त आधार हैं.
दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 19 जुलाई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसअई) फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय को प्रवर्तन निदेशालय रिमांड पर भेजा था. प्रतर्वन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में स्टॉक एक्सचेंज के कर्मचारियों की कथित अवैध फोन टैपिंग और जासूसी के मामले में संजय पांडे को गिरफ्तार किया था. इस मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय को अलावा कई अन्य मामलों में भी आरोपी बनाया गया है. 19 जुलाई को संजय पांडे से ED के अधिकारियों ने पूछताछ की थी. इसी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
बता दें, मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर संजय पांडेय ने 2001 में पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था. इसके बाद उन्होंने एक आईटी ऑडिट कंपनी शुरू की थी. इसके कुछ समय बाद उन्होंने फिर से पुलिस विभाग को अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी और अपने बेटे को कंपनी का निदेशक बना दिया. 2010 से 2015 के बीच आईसेक सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम के फर्म को एनएसई के सर्वर और सिस्टम सिक्योरिटी से जुड़ा ठेका दिया गया. इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे पूछताछ किया और अब सीबीआई ने गिरफ्तार किया है.
Also Read: NSE फोन टैपिंग : मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त की जमानत अर्जी पर ED को नोटिस, हाईकोर्ट ने CBI से मांगा जवाब
इतना ही नहीं, सीबीआई 100 करोड़ की वसूली मामले में संजय पांडेय के साथ ही परमबीर सिंह से भी पूछताछ कर रही है. परमबीर सिंह भी मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पुलिस अधिकारियों का इस्तेमाल मुंबई के रेस्टोरेंट और बार से 100 करोड़ रुपये की वसूली के लिए कर रहे हैं. परमबीर सिंह का यह भी आरोप है कि जांच में ढिलाई बरतने के लिए संजय पांडेय ने दबाव डाला था.