आइकोर चिटफंड घोटाले (Icore Chit Fund Scam) से जुड़े मामले में सीएम ममता बनर्जी कैबिनेट में उद्योग मंत्री और टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) सोमवार को सीबीआई कार्यालय में उपस्थित नहीं हुए. पार्थ चटर्जी को सीबीआई ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स में पूछताछ के लिए बुलाया था. पार्थ चटर्जी पूछताछ में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचे. पार्थ चटर्जी ने चिट्ठी लिखकर भवानीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव में व्यस्त होने की बात कही थी. इसके बाद सीबीआई की टीम उद्योग भवन में पहुंची. इसके बाद पार्थ चटर्जी से टीम पूछताछ कर रही है.
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आइकोर चिटफंड कंपनी पर पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा से लेकर असम तक के हजारों लोगों से करोड़ों रुपए ठगी का आरोप है. यह कंपनी नाकतल्ला दुर्गा पूजा कमेटी की स्पांसर है. इस कमेटी के प्रमुख पार्थ चटर्जी हैं. एक वीडियो में पार्थ चटर्जी को आइकोर चिटफंड कंपनी की तारीफ करते देखा गया था. इस मामले को हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने जांच तेज कर दी है. इसके पहले आइकोर चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आइकोर कंपनी के प्रमुख अनुकूल माइती की पत्नी कणिका माइती को अगस्त में पूछताछ के लिए बुला चुकी है.
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मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने सीएम ममता बनर्जी के कैबिनेट में शामिल उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. पार्थ चटर्जी को सोमवार को पूछताछ के लिए हाजिर होने के निर्देश दिए गए थे. इसके जवाब में पार्थ चटर्जी ने चिट्ठी लिखकर 30 सितंबर को होने वाले भवानीपुर उपचुनाव का हवाला दिया था. पार्थ चटर्जी ने भवानीपुर उपचुनाव के अलावा अपनी उम्र का जिक्र करते हुए पूछताछ में शामिल नहीं होने की बात भी कही थी. बड़ी बात यह है कि पार्थ चटर्जी टीएमसी के दिग्गज नेता हैं. वो ममता बनर्जी के खास सहयोगी हैं. आइकोर चिटफंड घोटाले में उनकी भूमिका की सीबीआई जांच से ममता बनर्जी को भी परेशानी तय है.