CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम के पैटर्न में किया गया बदलाव, 20 फीसदी होंगे वस्तुनिष्ठ प्रश्न

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बदलाव करने का फैसला किया है.

By KumarVishwat Sen | April 10, 2020 10:05 PM

नयी दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न में बदलाव करने का फैसला किया है. बोर्ड के नये पैटर्न के अनुसार, अब दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्न शामिल किये जा सकते हैं. हालांकि, 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं में पहले 10 फीसदी वस्तुनिष्ठ किये जाते रहे हैं.

इसे भी देखें : Fact Check : 22 अप्रैल से शुरू नहीं होंगी CBSE Board की परीक्षाएं, बोर्ड ने वायरल नोटिस को बताया फर्जी

शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लागू होगा नया नियम : मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को शामिल करने का नया नियम शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लागू किया जाएगा. बोर्ड ने इसकी जानकारी स्कूलों को भेज दिया है. बोर्ड की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी की वजह से 10वीं और 12वीं कक्षा की स्थगित परीक्षाओं पर यह नियम लागू नहीं होगा. देश से लॉकडाउन खुलने के बाद छात्र जब भी परीक्षा देंगे, उनसे पुराने पैटर्न के आधार पर सवाल पूछे जाएंगे.

शैक्षणिक सत्र 2020-21 से वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के साथ अध्यायों में भी होगा बदलाव : बोर्ड की ओर से जारी आदेश के अनुसार, आगामी सत्र 2020-21 में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के साथ-साथ विभिन्न विषयों के अध्यायों में भी परिवर्तन किया गया है. आदेश के अनुसार, पी ब्लॉक के माध्यमिक स्तर के 15वे ग्रुप के विषयों के लिए रसायन शास्त्र में सॉलिड स्टेट अध्याय को 11वीं और 12वीं के पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है, जबकि बोर्ड ने माध्यमिक स्तर पर गणित के पाठ्यक्रम में एप्लाइड गणित के लिए नया विकल्प भी जोड दिया है. फिलहाल, इस विषय को शैक्षणिक सत्र 2020-21 से लागू किया जाएगा. जिन छात्रों ने 10वीं कक्षा में बेसिक गणित की पढ़ाई की है, वें 11वीं में गणित का विकल्प चुन सकते हैं.

अब केवल 29 विषयों की होगी परीक्षा : कोरोना वायरस महामारी की वजह से देश में लागू लॉकडाउन की वजह से सीबीसीएसई की तमाम परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. हालांकि, इन कक्षाओं के विषयों की संख्या पहले से कम कर दी गयी है. 10वीं और 12वीं के पहले कुल 41 विषयों की परीक्षाएं होनी थी, उन्हें कम करके केवल 29 कर दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version