नयी दिल्ली : सीबीएसई ने कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक के प्रश्नपत्रों में बदलाव किया है. यह बदलाव प्रश्नपत्र के पैटर्नों में किया गया है. सीबीएसई ने आदेश जारी कर कहा है कि अब नौंवी से लेकर 12वीं तक के प्रश्नपत्रों में 20 मल्टीपल च्वॉइस ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जायेंगे. सीबीएसई का यह आदेश अगले सत्र 2020-21 से लागू होगी.
बोर्ड के निदेशक ने देश के सभी स्कूल के प्रिंसिपलों को निर्देश भेजा है. अपने निर्देश में सीबीएसई ने कहा है कि बोर्ड ने सत्र 2020-21 से पेपर के पैटर्न को क्षमता (कंपीटेंसी) आधारित बनाने का निर्णय लिया है. इस प्रश्नपत्र में छात्रों का लर्निंग मेथॉड चेक किया जायेगा. इसमें यह देखा जायेगा कि जो कुछ भी छात्र को पढ़ाया जाता है, वह उसे कैसे सीखता है और इसका रिजल्ट वह क्या देता है.
20 प्रतिशत होंगे ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या- बोर्ड ने कहा है कि नये प्रश्नपत्र में कुछ चेंजेज किया है. नौवीं व 10वीं में पेपर का जो नया पैटर्न होगा उसमें ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या 20 फीसदी होगी. साथ ही, प्रश्नपत्र में केस और सोर्स बेस्ड सवालों की संख्या 20 फीसदी होगी. इसके अतिरिक्त शॉर्ट आनसर व लांग आनसर प्रश्न पूछे जायेंगे. वहीं, 11वीं व 12वीं में मल्टीपल च्वॉइस ऑब्जेक्टिव के 20 फीसदी सवाल पूछे जायेंगे. इसके अलावा, केस बेस्ड व सोर्स बेस्ड 10 फीसदी प्रश्न पूछे जायेंगे.
2018 में किये गये थे बदलाव- इससे पहले, 2018 में सीबीएसई ने 12वीं के इंग्लिश पेपर के पैटर्न में बदलाव किया था. बोर्ड ने इंग्लिश कोर के पेपर में सवालों की संख्या घटायी थी और सवालों के अंकों का वर्गीकरण बदला था.
बोर्ड परीक्षा पर रोक- कोरोना वायरस के प्रकोप को देखे हुए सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं की आगे होने वाले सारे विषयों की परीक्षाओं पर रोक लगा दी है. सीबीएसई ने आदेश जारी कर बताया कि जिन विषयों की परीक्षा होनी है, अब वो 31 मार्च के बाद होगी.