1.5 करोड़ छात्रों के 12वीं बोर्ड परीक्षा का फैसला अब 1 जून को, 2 दिन में सुझाव देंगे सभी राज्य
CBSE ICSE 12th Board Exams 2021 देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के जारी प्रकोप और कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमित मरीजों की संख्या की रोकथाम के प्रयास के बीच 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को अहम बैठक की है. इस बैठक में 12वीं बोर्ड परीक्षा (CBSE-ICSE Board Exams) के साथ नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Mains) समेत अन्य परीक्षाओं पर फैसला लेने को लेकर विचार-विमर्श किया गया है. बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के व्यापक प्रभाव के मद्देनजर 12वीं बोर्ड की परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया था.
CBSE ICSE 12th Board Exams 2021 देशभर में कोरोना की दूसरी लहर के जारी प्रकोप और कई राज्यों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमित मरीजों की संख्या की रोकथाम के प्रयास के बीच 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने रविवार को अहम बैठक की है. इस बैठक में 12वीं बोर्ड परीक्षा (CBSE-ICSE Board Exams) के साथ नीट (NEET) और जेईई मेन (JEE Mains) समेत अन्य परीक्षाओं पर फैसला लेने को लेकर विचार-विमर्श किया गया है. बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के व्यापक प्रभाव के मद्देनजर 12वीं बोर्ड की परीक्षा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया था.
राज्य सरकारों से 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रहइसी मुद्दे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रविवार को बुलाई गयी बैठक में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे भी शामिल हुए. बैठक के बाद शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्पना के अनुरूप यह बैठक काफी सार्थक रही और हमें मूल्यवान सुझाव प्राप्त हुए. राज्य सरकारों से 25 मई तक विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रह किया गया है. विश्वास जताते हुए उन्होंने कहा कि हम 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के संबंध में जानकार एवं सामूहिक निर्णय तक पहुंचेंगे और जल्द से जल्द हमारे अंतिम फैसले की जानकारी देकर छात्रों एवं अभिभावकों के मन की अनिश्चितता को समाप्त कर सकेंगे.
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आगे कहा, हम इस बात पर जोर देना चाहते हैं कि छात्रों एवं शिक्षकों की सुरक्षा और उनका भविष्य हमारे लिये सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. इस बैठक में हिस्सा लेने के लिये उन्होंने राज्यों के शिक्षा मंत्रियों एवं अधिकारियों को धन्यवाद दिया. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि 12वीं बोर्ड की लंबित परीक्षाओं एवं पेशेवर पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षाओं को लेकर राज्य सरकारों सें आने वाले दो दिनों में विस्तृत सुझाव भेजने का आग्रह किया गया है.
As envisioned by the Hon'ble PM, the meeting was extremely fruitful as we received immensely valuable suggestions. I have requested the State Governments to send me their detailed suggestions by 25th May. pic.twitter.com/JQbiAyH6zU
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) May 23, 2021
शिक्षा मंत्रालय द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा कि केजरीवाल सरकार सीबीएसई द्वारा 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा कराने के लिए विकल्पों की तलाश किए जाने के पक्ष में नहीं है. मनीष सिसोदिया ने कहा कि छात्रों का टीकाकरण कराए बिना 12वीं की बोर्ड परीक्षा कराना बड़ी भूल होगी.
Addressing an important Press Conference | LIVE https://t.co/9c898PLhqp
— Manish Sisodia (@msisodia) May 23, 2021
महाराष्ट्र शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि सीबीएसई के साथ हुई आज आयोजित हुई बैठक में हमने इसी विषय पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि छात्रों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है. अब हम जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब पेश करेंगे और बताएंगे कि बीते वर्ष छात्रों के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है और एक प्रत्याशित तीसरी लहर अभी बाकी है.
In today's meet with CBSE, we discussed that providing safe environment for students is our priority. We will tell the SC that last year was unfortunate for students. 2nd #COVID19 wave is going on and an anticipated 3rd wave is yet to come: Maharashtra Edu Min Varsha Gaikwad pic.twitter.com/U7WaM9V4Zi
— ANI (@ANI) May 23, 2021
उल्लेखनीय है कि 14 अप्रैल को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने के साथ ही 10वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। यह फैसला पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में किया गया था. ये परीक्षाएं 4 मई से 14 जून के बीच होनी थीं.
छत्तीसगढ़ बोर्ड ने निकाला ये फॉर्मूला, केरल में महत्वपूर्ण विषयों की होंगी परीक्षाएं!वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ बोर्ड ने रविवार को 12वीं के बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए घर से परीक्षा देने का विकल्प निकाला है. इसके तहत, छात्र 1 जून से परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र ले सकेंगे और पांच दिनों के भीतर अपनी आंसर शीट जमा कर सकेंगे. उधर, केरल में यह संभवाना जतायी जा रही है कि केवल महत्वपूर्ण विषयों के लिए बोर्ड परीक्षाएं आयोजित किया जाएगा. इसके अनुसार, परीक्षाएं कम समय में पूरी होने के साथ ही समय से रिजल्ट भी जारी किया जा सकेगा. जानकारी के मुताबिक, बोर्ड केवल भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्टडीज, अकाउंट्स, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी जैसे कुछ अन्य विषयों की परीक्षाएं आयोजित करेगा.
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