लॉकडाउन में घर बैठे ऐसे मनाएं विश्व धरोहर दिवस

आज 18 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है.

By दिल्ली ब्यूरो | April 18, 2020 4:29 PM
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आज 18 अप्रैल को दुनिया भर में विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है. पूरे विश्व में मानव सभ्यता से जुड़े ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व प्राकृतिक स्थलों के संरक्षण के प्रति जागरूकता के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनेस्को की पहल से 18 अप्रैल, 1983 को यह दिवस मनाने की शुरुआत की गयी थी. विश्व धरोहर दिवस- 2020 की थीम है- ‘साझा संस्कृति, साझा विरासत’ और’ साझा जिम्मेदारी’

आज जब कोविड-19 की वजह से भारत समेत दुनिया भर की विश्व धरोहरों में सन्नाटा पसरा है, विश्व धरोहर दिवस मनाने की बात थोड़ी अजीब लगती है. लेकिन, विश्व धरोहर समिति ने इंटरनेट के माध्यम से विश्व धरोहर दिवस मनाने का फैसला किया है. क्यों न आप भी घर बैठे विश्व धरोहर दिवस मनाने की इस पहल में शामिल हो जायें.

जानें विश्व धरोहर स्थलों के बारे में

वैसे तो आप दुनिया की अधिकांश ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहरों के बारे में जानते ही होंगे. संभवत: सारे स्थलों के बारे में न भी जानते हों, तो क्यों न इंटरनेट की मदद से ऐसे स्थलों की जानकारी जुटायें. यूनस्को की ओर से चिन्हित धरोहरों के बारे में खासतौर पर पढ़ें. आप अपने बच्चों से इन जगहों की जानकारी साझा कर उनका जनरल नॉलेज भी बढ़ा सकते हैं.

भारत के विश्व धरोहर स्थल

यूनेस्को की ओर से भारत में कई एतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों को विश्व धरोहर घोषित किया गया है. इन धरोहरों की बात करें, तो एक लंबी सूची हमारे सामने आ जाती है. इनमें आगरा का किला, फतेहपुर सीकरी, दिल्ली का कुतुब मीनार, हुमांयू का मकबरा, मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित सांची के बौद्ध स्तूप, खजुराहों के मंदिर, बिहार के बोधगया में स्थित महाबोधि मंदिर, पुराने गोवा के चर्च, महाराष्ट्र स्थित एलिफेंटा, अजंता और ऐलोरा की गुफाओं, कर्नाटक स्थित हम्पी के स्मारक के बारे में तो हम जानते ही हैं.

भारत की पर्वतीय रेल, जिसे हम टॉय ट्रेन भी कहते हैं, जैसे कालका-शिमला रेलवे, नीलगिरी पर्वतीय रेल और दार्जलिंग हिमालयी रेल भी यूनेस्को की विश्व धरोहरों में शामिल हैं. ऐसे ही कुछ राष्ट्रीय अभ्यारण, जैसे असम का काजीरंगा, राजस्थान का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल का सुंदरवन, उत्तराखंड की फूलों की घाटी और नंदादेवी राष्ट्रीय अभ्यारण आदि विश्व धरोहर स्थल के तौर पर जाने जाते हैं. इन स्थलों समते कई और स्थल हैं, जिनकी जानकारी आप आज विश्व धरोहर दिवस में जुटा सकते हैं.

भविष्य में इन स्थलों को देखने की बना सकते हैं योजना

आने वाला कल आज से बेहतर होगा, इस उम्मीद और कोशिश के साथ दुनिया और समय दोनों आगे बढ़ते रहते हैं. फिर क्यों न यह सोचा जाए कि कोराना से जंग जीतने और लॉकडाउन समाप्त होने के बाद आप किन जगहों को सबसे पहले देखना और घूमना चाहेंगे. ऐसी जगहों की एक लिस्ट बनाएं और उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटायें. बनाएं और उनके बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटायें.

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