Petrol/Diesel price today: पेट्रोल पर 10 रु., डीजल पर 13 रु. प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ा, जानें- आप पर क्या पड़ेगा असर
Petrol price in Delhi, UP, MP, Bihar, Jharkhand: केंद्र सरकार ने एक बार फिर पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरावट का फायदा आम आदमी को होने से रोक दिया है. देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच केंद्र ने पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 13 रुपए उत्पाद शुल्क बढ़ाया है.
Diesel/Petrol price in Delhi, UP, MP, Bihar, Jharkhand: केंद्र सरकार ने एक बार फिर पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गिरावट का फायदा आम आदमी को होने से रोक दिया है. देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच केंद्र ने पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 13 रुपए उत्पाद शुल्क बढ़ाया है. उत्पाद शुल्क में इस बढ़ोतरी के बाद लोगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा. मतलब, आम लोगों की जेब पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मगर दिल्ली- यूपी सहित कई राज्य की सरकारों ने तेल पर टैक्स बढ़ा दिया.
पेट्रोल-डीजल पर बढ़ी हुई ड्यूटी को ऑयल मार्केटिंग कंपनियां वहन करेंगी. एक्साइज ड्यूटी की नई दर मंगलवार आधी रात से लागू हो गई.सरकार ने पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद कर में आठ-आठ रुपये की बढ़ोतरी की है. इसके अलावा, पेट्रोल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क 2 रुपये तथा डीजल पर 5 रुपये बढ़ाया गया है. इस बढ़ोतरी के साथ ही पेट्रोल पर शुल्क 10 रुपये तथा डीजल पर शुल्क 13 रुपये बढ़ गया है.
Central Government has increased excise duties by Rs 10 per litre on petrol and Rs 13 per litre on diesel. Retail sale prices of petrol and diesel will, however, not change on account of this increase in duties. These duty rate changes shall come into effect from 6th May, 2020. pic.twitter.com/ds0wDstOUx
— ANI (@ANI) May 5, 2020
देश के इन शहरों में अब पेट्रोल-डीजल के दाम
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में आज 6 मई 2020, को पेट्रोल की कीमत 74.31 रुपये लीटर और डीजल 66.72 रुपये लीटर है.
रांचीः झारखंड की राजधानी रांची में आज 6 मई 2020, को पेट्रोल की कीमत 68.87 रुपये लीटर और डीजल 63.70 रुपये लीटर है.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में आज 6 मई 2020, को पेट्रोल की कीमत 73.30 रुपये लीटर और डीजल 65.62 रुपये लीटर है.
लखनऊः कोविड 19 के कारण जारी लॉकडाउन से पटरी से उतरी अर्थव्यवस्था में फिर से जान फूंकने के लिए यूपी कैबिनेट ने पेट्रोल व डीजल पर वैट बढ़ा दिया है. बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में पेट्रोल पर दो रुपये और डीजल पर एक रुपये वैट बढ़ाने को मंजूरी दे दी गई. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज 6 मई 2020, को पेट्रोल की कीमत 73.92 रुपये लीटर और डीजल 63.87 रुपये लीटर हो गयी.
दिल्ली: दिल्ली सरकार ने डीजल-पेट्रोल दोनों पर ही वैट बढ़ाकर 30 फीसदी कर दिया है. आज 6 मई 2020, बुधवार को दिल्ली में डीजल की कीमत 69.39 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 71.26 रुपये लीटर है.
चेन्नईः डीजल की कीमत 3.25 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी गई है, जबकि पेट्रोल की कीमत 2.5 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ा दी गई है. आज 6 मई 2020, बुधवार को चेन्नई में डीजल की कीमत 68.22 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 75.54 रुपये लीटर है.
चंडीगढ़: हाल ही में हरियाणा सरकार ने भी डीजल पर 1.1 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 1 रुपये प्रति लीटर टैक्स बढ़ा दिया है. आज 6 मई 2020, बुधवार को चंडीगढ़ में डीजल की कीमत 59.30 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 65.82 रुपये लीटर है.
पंजाब: दिल्ली और हरियाणा के बाद पंजाब सरकार ने भी डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी है. आज 6 मई 2020, बुधवार को पंजाब में डीजल की कीमत 62.56 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 69.99 रुपये लीटर है.
इन राज्यों में पहले ही घट गये दाम
असम: आज 6 मई 2020, बुधवार को गुवाहाटी में डीजल की कीमत 77.46 रुपये लीटर और पेट्रोल की कीमत 79.84 रुपये लीटर है.
नागालैंड: आज 6 मई 2020, बुधवार को कोहिमा में डीजल की कीमत 68.73 और पेट्रोल की कीमत 77.37 रुपये लीटर है.
मेघालय: आज 6 मई 2020, बुधवार को शिलॉन्ग में डीजल की कीमत 67.45 और पेट्रोल की कीमत 74.61 रुपये लीटर है.
ईंधन की मांग में भारी गिरावट
देश में अप्रैल माह के दौरान ईंधन की मांग में भारी गिरावट दर्ज की गई. राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के चलते आर्थिक गतिविधियों के थमने और आवागमन बंद रहने से ईंधन मांग में करीब 70 प्रतिशत तक की गिरावट रही. हालांकि, एलपीजी की मांग में इस दौरान 12 प्रतिशत तक वृद्धि रही. पेट्रोलियम उद्योग का कहना है कि पिछले 10 दिन के दौरान मांग बढ़ने के संकेत हैं.
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा नहीं
पूरी दुनिया में लॉकडाउन की वजह से कच्चे तेल की खपत में भारी गिरावट हुई है, लेकिन तेल के उत्पादन में कोई खास कमी नहीं आई है, इसलिए दुनिया के तेल मार्केट में मंदी है और तेल की कीमतें नीचे गिर गई हैं. भारतीय तेल कंपनियां कम कीमतों पर तेल खरीदकर इसका फायदा उठा रही हैं. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मांग नहीं होने के कारण पिछले माह कच्चे तेल की कीमत अपने सबसे निम्न स्तर पर पहुंच गई थी. यह 1999 के बाद से सबसे कम कीमत थी. हालांकि इसके बाद कीमतों में थोड़ी वृद्धि हुई और यह 28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई.
कब होता है उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी
उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है. हालांकि, यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से अजस्ट हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा. एक्साइज ड्यूटी या उत्पाद शुल्क एक तरह का अप्रत्यक्ष करहै. इसे किसी उत्पाद के उत्पादन या निर्माण पर भारत सरकार लगाती है. ये सरकार के राजस्व का अहम जरिया है.
इससे पहले दिल्ली और फिर पंजाब सरकार ने मंगलवार दिन में पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ाया. अन्य राज्य भी राजस्व बढ़ाने के लिए पेट्रोल-डीजल पर वैट बढ़ा सकते हैं.