G-20 Summit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत को मिली जी-20 की अध्यक्षता पूरे देश की है और यह अपनी ताकत को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर है. प्रधानमंत्री ने भारत की जी-20 अध्यक्षता से संबंधित पहलुओं पर राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई एक बैठक की अध्यक्षता के दौरान यह बात कही.
पीएम मोदी ने मांगा सहयोग: पीएमओ के एक बयान के मुताबिक प्रधानमंत्री ने टीम भावना के महत्व पर जोर देते हुए, इस आयोजन के संदर्भ में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का सहयोग भी मांगा. उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता पारंपरिक बड़े महानगरों से परे, भारत के सुदूर हिस्सों को दुनिया के सामने लाने में अहम भूमिका निभाएगी. उन्होंने कहा, इस प्रकार यह आयोजन हमारे देश के प्रत्येक हिस्से की विशिष्टता को दुनिया के सामने लायेगा.
भारत को ब्रांड के रूप में विकसित करने का मौका: भारत की जी-20 की अध्यक्षता और इससे जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया की नजरों के बारे में सभी का ध्यान आकर्षित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश को इस अवसर का उपयोग व्यापार, निवेश और पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने के लिए करना है. उन्होंने कहा कि साथ ही भारत को एक ‘ब्रांड’ के रूप में विकसित भी करना है. उन्होंने जी-20 के आयोजनों में पूरी सरकार और पूरे समाज के दृष्टिकोण से लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
कई राज्यों के सीएम और राज्यपालों ने साझा किये विचार: पीएमओ के मुताबिक कई राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों ने बैठक के दौरान अपने विचार साझा किए. बैठक को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी संबोधित किया और भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने एक प्रस्तुति दी.