नेपाल की ओर से भारतीय मजदूरों पर पत्थरबाजी के बाद अफरा-तफरी, जानिए क्यों हो रहा है उत्तराखंड सीमा पर तनाव
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में नेपाल की ओर से कुछ लोगों ने अचानक पत्थरबाजी कर दी. पत्थरबाजी के कारण पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. यह पहली बार नहीं है जब नेपाल की ओर से भारतीय सीमा पर पत्थरबाजी की गई हो. दरअसल, सारा विवाद तटबंध निर्माण से जुड़ा है. जानते हैं क्या है पूरा मामला.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में नेपाल की ओर से अचानक हुई पत्थरबाजी से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. दरअसल पिथौरागढ़ धारचूला के घटखोला में तटबंध निर्माण कार्य चल रहा था. उसी दौरान नेपाल की ओर से पत्थरबाजी होने लगी. जिसके बाद काम कर रहे मजदूरों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया. गौरतलब है कि इससे पहले भी तटबंध निर्माण के दौरान नेपाल की ओर से पत्थरबाजी हो चुकी है.
भारत कर रहा है तटबंध का निर्माण: सारा विवाद इलाके की काली नदी में हो रहे कटाव से जुड़ा है. दरअसल, लगातार कटाव को देखते हुए भारत अपने क्षेत्र में तटबंध का निर्माण कर रहा है. लेकिन नेपाल के कुछ असामाजिक तबका इसका विरोध कर रहा है. उन लोगों का मानना है कि भारत की ओर से तटबंध के निर्माण हो जाने से नेपाल की ओर कटाव शुरू हो जाएगा. इसको लेकर पहले भी पत्थरबाजी की जा चुकी है.
बता दें धारचूला नेपाल और चीन से लगने वाला बॉर्डर का इलाका है. धारचूला में काली नदी बहती है जिसके दोनों ओर कई गांव बसे हुए हैं. इस नदी के एक छोर पर भारतीय क्षेत्र है तो दूसरे छोर पर नेपाली इलाका. भारत के लिए यह इलाका काफी अहम है क्योंकि, यहां से चीन की सीमा 80 किलोमीटर के लगभग है. चीन ने यहां एक हाईवे भी बनाया हुआ है.
क्यों हो रहा है विवाद: भारत और नेपाल के बीच विवाद का कारण है कि बीते कुछ समय पहले नेपाली सरकार ने एक विवादित नक्शा पास किया था. इस नक्शे में कई भारतीय इलाके को नेपाल ने अपना हिस्सा बता दिया था. भारत ने इसका जोरदार विरोध किया था. नेपाल भारत के लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपना हिस्सा बता रहा है. जबकि यह इलाका भारत के उत्तराखंड का हिस्सा है.
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