Char Dham Yatra 2023: चार धाम की यात्रा पर गए तीर्थयात्रियों ने इस बार जिस तरह से गंदगी बिखेरी है, उस पर सवाल खड़े होने लगे हैं. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, तीर्थयात्रियों ने इस बार नदियों में भारी मात्रा में कपड़े छोड़ दिए है. स्वच्छता टीम ने जब इस प्रकार की स्थिति देखी तो विशेष अभियान चलाया गया. इस दौरान भागीरथी नदी से सात कुंतल साड़ियों को निकाला गया.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यमुनोत्री और गंगोत्री तीर्थस्थल के रख-रखाव कार्य में लगने वाले अधिकारियों के लिए यह स्थिति अप्रिय थी. दरअसल, चार धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री गंगोत्री से निकलने वाली भागीरथी और यमुनोत्री से निकलने वाली यमुना नदी पर स्नान के बाद अपने कपड़े त्याग रहे हैं. यह दोनों नदियों की स्वच्छता के लिए संकट वाली स्थिति बनती दिख रही है. बताया गया कि भागीरथी और यमुना नदियों से पिछले दो माह में 7 कुंतल कपड़े निकाले गए हैं. इनमें अधिकतर साड़ियां थी.
मंदिर के अधिकारियों का कहना है कि साइनबोर्ड पर लिखी चेतावनी और लाउडस्पीकर के माध्यम से घोषणा का भी तीर्थयात्रियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. कपड़ा फेंकते पाए जाने पर तीर्थयात्रियों पर एक हजार रुपए जुर्माना का प्रावधान किया गया है. हालांकि, इससे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. सफाई व्यवस्था में लगे अधिकारियों का कहना है कि समस्या गंभीर है. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगोत्री धाम के सचिव सुरेश सेमवाल ने कहा, हमने भागीरथी नदी से चार कुंतल कपड़े एकत्र किए हैं. वहीं, यमुनोत्री मंदिर समिति के एक पदाधिकारी ने कहा कि इस मंदिर में भी स्थिति अलग नहीं है. यमुनोत्री धाम में भी स्नान के बाद कपड़ों को फेंकने का सिलसिला जारी है. अब तक हमने तीन कुंतल कपड़े एकत्र किए हैं.
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