चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
भूपिंदर सिंह हनी को ईडी ने तीन फरवरी को गिरफ्तार किया था. उन्हें बालू के अवैध खनन के मामले में जालंधर से गिरफ्तार किया गया था. वह तीन फरवरी से अबतक न्यायिक हिरासत में ही है.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. भूपिंदर सिंह हनी को बालू के अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार किया गया है.
तीन फरवरी को हुई थी गिरफ्तारी भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी
भूपिंदर सिंह हनी को ईडी ने तीन फरवरी को गिरफ्तार किया था. उन्हें बालू के अवैध खनन के मामले में जालंधर से गिरफ्तार किया गया था. वह तीन फरवरी से अबतक न्यायिक हिरासत में ही है. हाल ही में ईडी ने जानकारी दी थी कि भूपिंदर सिंह हनी ने स्वीकार किया है कि उसके कब्जे से जब्त की गयी नकदी अवैध रेत खनन के साथ-साथ ट्रांसफर और पोस्टिंग के जरिये कमाई गयी है.
हनी के पास से बरामद हुए थे 7.9 करोड़ रुपये
ईडी ने 18 जनवरी को भूपिंदर सिंह हनी और अन्य के खिलाफ छापेमारी की थी और उसके परिसर से लगभग 7.9 करोड़ नकद और संदीप कुमार के पास से लगभग 2 करोड़ नकद रुपये जब्त किये थे.
सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है केंद्र सरकार
गौरतलब है कि भूपिंदर सिंह हनी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी ने यह आरोप लगाया था कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की सरकार देश में सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब में सीएम कैंडिडेट घोषित किया है. हनी की गिरफ्तारी से उनकी छवि खराब हो रही है.
20 फरवरी को पंजाब में मतदान
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को मतगणना होगी. चुनाव से पहले सीएम पद को लेकर खूब राजनीति हुई. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू यह चाहते थे कि उन्हें सीएम पद का कैंडिडेट घोषित किया जाये, लेकिन राहुल गांधी ने अंतत: चरणजीत सिंह चन्नी को ही इस पद के लिए चुना. कैप्टन अमरिंदर सिंह के जाने के बाद भी नवजोत सिंह सिद्धू ने सीएम कुर्सी पर अपनी दावेदारी जतायी थी लेकिन वे सफल नहीं हो पाये थे.
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