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राष्ट्रीय पर्व बन गया लोक आस्था का महापर्व छठ, अब देश रुकने वाला नहीं : पीएम मोदी

पारंपरिक चार दिनों वाला छठ महापर्व शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. लोक आस्था का यह महापर्व आत्म अनुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं.

By KumarVishwat Sen | November 17, 2023 2:41 PM

नई दिल्ली : लोक आस्था का महापर्व छठ या सूर्य षष्ठी व्रत 17 नवंबर 2023 से नहाय-खाय के साथ शुरू हो गई है, जिसका उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ समापन होगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छठ पूजा भारत में राष्ट्रीय पर्व बन गई है, यह बेहद खुशी की बात है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के वक्त भारत की उपलब्धियों ने लोगों में विश्वास पैदा किया है. अब देश रुकने वाला नहीं है.

नहाय-खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू

बताते चलें कि बिहार और पूर्वांचल का पारंपरिक चार दिनों वाला छठ महापर्व शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया है. लोक आस्था का यह महापर्व आत्म अनुशासन का पर्व है, जिसमें लोग आत्मिक शुद्धि और निर्मल मन से अस्ताचल और उदीयमान भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते हैं. लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर भगवान भास्कर से लोग प्रगति, सुख, समृद्धि, शांति और सौहार्द्र के लिए प्रार्थना करते हैं. एक प्रकार से यह महापर्व आपसी प्रेम, पारस्परिक सद्भाव और शांति का भी प्रतीक है.

36 घंटे का निर्जला उपवास करते हैं व्रती

महापर्व छठ के पहले दिन व्रती अपने परिवार के सदस्यों के साथ नदियों के घाटों और तालाबों के किनारे पहुंचकर स्नान एवं सूर्य उपासना के साथ नहाय-खाय की परंपरा को पूरा करते हैं. नहाय-खाय के दौरान व्रती अरवा चावल का भात, चने की दाल, कद्दू की सब्जी तथा धनिया के पत्ते की चटनी का भोग लगाते हैं. सूर्य उपासना के इस पावन पर्व पर नहाय-खाय के अगले दिन यानी शनिवार को व्रतियों द्वारा निर्जला उपवास रखकर खरना किया जाएगा. खरना में दूध, अरवा चावल और गुड़ से बनी खीर एवं रोटी का भोग लगाया जाता है. खरना के बाद व्रतियों का 36 घंटों का निर्जला उपावास शुरू हो जाता है जो अस्ताचल गामी सूर्य और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पारण के साथ पूरा होगा.

दिल्ली में आतिशी ने आईटीओ घाट का किया दौरा

उधर, भारत की राजधानी दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को आईटीओ और विनोद नगर में छठ घाटों का दौरा किया एवं तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए दिल्ली में 1000 घाट का निर्माण कराया है. चार दिवसीय यह छठ पर्व 17 नवंबर को शुरू हो चुका है.

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दिल्ली में शराब की दुकानें रहेंगी बंद

इसके साथ ही, दिल्ली सरकार ने छठ पर्व के अवसर पर रविवार को ‘शुष्क दिवस’ घोषित किया है और शहर में शराब की दुकानें बंद रखने का आदेश दिया है. आबकारी विभाग द्वारा गुरुवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि रविवार को सूर्य षष्ठी (छठ पूजा) के दिन शुष्क दिवस घोषित किया गया है. ऐसे में शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी. छठ दिल्ली में बसे पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के मूल वासियों द्वारा सूर्य की पूजा के लिए मनाया जाने वाला एक प्रमुख पूर्व है. राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं के लिए सूर्य देव की पूजा के वास्ते 900 से अधिक घाट तैयार कराये हैं.

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