फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट के कारण पुलिस पहुंची तो थी निशा जिंदल को गिरफ्तार करने के लिए मगर जो सामने दिखा वो हैरान करने वाला था. निशा जिंदल के नाम से पाकिस्तान की एक अभिनेत्री का डीपी लगा कर ये अकाउंट एक लड़का चला रहा था. इस फर्जी अकाउंट के करीब 10 हजार फॉलोअर्स है. जिनमें शहर के नामी लोगों का भी नाम है. छत्तीसगढ़ में तैनात आईएएस अधिकारी प्रियंका शुक्ला ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, साम्प्रदायिक वैमनस्यता भड़काने के आरोप में जब रायपुर पुलिस एफबी यूजर ‘निशा जिंदल’ को गिरफ्तार करने पहुंची तो पता चला कि 11 साल से इंजिनियरिंग पास नहीं कर पा रहे ‘रवि’ ही वास्तव में ‘निशा ‘हैं. ‘निशा’ के 10,000 फॉलोअर्स को सच बताने पुलिस ने रवि से ही उनकी सच्चाई पोस्ट कराई.
Also Read: एक्टर एजाज खान गिरफ्तार, फेसबुक लाइव से फैला रहे थे नफरतसाम्प्रदायिक वैमनस्यता भड़काने के आरोप में जब @RaipurPoliceCG FB user “निशा जिंदल” को गिरफ़्तार करने पहुँची तो पता चला कि ११ साल से engineering पास नहीं कर पा रहे “रवि” ही वास्तव में “निशा”हैं! 😱
— Priyanka Shukla (@PriyankaJShukla) April 18, 2020
“निशा” के >10,000 फ़ालोअर्ज़ को सच बताने पुलिस ने रवि से ही उनकी सच्चाई पोस्ट कराई! pic.twitter.com/x7RSCqRftn
दरअसल, फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने वाले युवक को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कबीर नगर का रहने वाला आरोपी रवि पुजार फेसबुक पर पाकिस्तानी मॉडल की तस्वीर लगाकर 8 महिलाओं के नाम से फर्जी अकाउंट चलाता था. रवि पुजार नाम के इस शख्स ने निशा जिंदल के नाम से फेसबुक आईडी बना रखी थी. अपनी प्रोफाइल फोटो की जगह पर युवक पाकिस्तानी अभिनेत्री माशा पाशा की तस्वीर का इस्तेमाल कर रहा था. फेसबुक पर चार हजार से ज्यादा लोग इसकी फ्रेंड लिस्ट में जुड़े थे और 10 हजार से ज्यादा लोग इसे फॉलो करते थे.
स्थानीय मीडिया मुताबिक, रवि पुजार आईटी इंजीनियरिंग का छात्र था. वह बीते कई वर्षों से फर्जी फेसबुक अकाउंट चला कर रहा था. छत्तीसगढ़ के कई नेता, पत्रकार और संभ्रांत लोग निशा जिंदल नाम के इस फर्जी अकाउंट पर तस्वीरों को लाइक और कमेंट किया करते थे. सांप्रदायिक पोस्ट होने के बाद लोगों को शंका हुआ कि ये फर्जी अकाउंट हैं. पुलिस से कई लोगों ने इसकी शिकायत की थी. छानबीन के आधार पर पुलिस जब गिरफ्तारी के लिए पहुंची तो ‘निशा जिंदल’ की जगह पर रवि मिला. पूछताछ में रवि ने कुबूल किया कि वही इस अकाउंट को चलाता है. इसके बाद पुलिस ने युवक से ‘निशा जिंदल’ के अकाउंट पर उसकी असली फोटो पोस्ट कराई.
एसएसपी आरिफ शेख ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पिछले डेढ़ महीने से शिकायत आ रही थी कि निशा जिंदल के नाम से बनाई गई फेसबुक प्रोफाइल से बहुत बड़ी-बड़ी बातें की जाती हैं कि मैं वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन से हूं, मैं आइएमएफ से हूं. मामले की जांच करते हुए फेसबुक से जानकारी मांगी, लेकिन हमें जब मदद नहीं मिली तो फिर हमारी साइबर टीम ने जाल बिछाया और आरोपित फंस गया. इसी से इसका आईपी एड्रेस मिला, जिसके जरिए हम लोगों ने पकड़ा तो या यह कोई महिला नहीं, बल्कि एक पुरुष निकला.
आरोपित के पास से मोबाइल और लैपटॉप की बरामदगी की गई है. इसमें अपने परिवार के सदस्य को भी शामिल किया हुआ था. उनके भी फेसबुक प्रोफाइल फर्जी हैं. रायपुर के कबीर नगर थाने में आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी 2009 से इंजीनियरिंग का छात्र है, लेकिन अभी तक पास नहीं हुआ है.