प्रधानमंत्री को शेर कहने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया सामने आयी है. उन्होंने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता रमन सिंह को यह पता नहीं है कि सबसे ज्यादा शिकार शेर का ही हुआ है. यही वजह है कि शेरों की संख्या कम हो रही है. शेरों को संरक्षित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस तरह से बात रमन सिंह ना करें. सभी इंसान हैं और सभी राजनीतिक दल से हैं. पहले भी देश में प्रधानमंत्री हुए और आगे भी होंगे.
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. चुनाव के पहले भाजपा और कांग्रेस लगातार एक दूसरे पर हमलावर हैं. विधानसभा का सत्र मंगलवार से शुरू हुआ है जिसमें भी दोनों दल एक दूसरे पर हमलावर नजर आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हुआ और यह 21 जुलाई तक चलेगा.
भाजपा सरकार हो चुकी है निरंकुश
एनडीए की बैठक को लेकर जब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल, विपक्ष की बैठक को देखकर घबरा गये हैं. इसलिए आनन-फानन में अपनी बैठक बुलाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार निरंकुश हो चुकी है. वे लोकतंत्र को दबाने का काम कर रहे हैं. सरकारी संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है. ऐसा पिछले नौ सालों में देखने को मिला है. यह देश और प्रजातंत्र के लिए उचित नहीं है. इसका अनुभव कुछ पार्टियों ने किया और एक साथ बैठने का निर्णय लिया. पहले पटना में यह बैठक हुई. इसके बाद सभी दल बेंगलुरु में एक साथ आये. उन्होंने कहा कि दूसरी बैठक में 26 दल के नेता पहुंचे. यह प्रजातंत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. लोकसभा चुनाव को लेकर भी यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण है.
26 दल की बैठक से भाजपा परेशान
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि एनडीए के लोग घबरा गये हैं. 26 दल की बैठक से भाजपा परेशान हो गयी है. आपको बता दें कि बेंगलुरु में हुई बैठक के बाद गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ रखने पर सहमति बनी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा अब लड़ाई ‘इंडिया और नरेन्द्र मोदी’ के बीच है और यह बताने की जरूरत नहीं है कि जीत किसकी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि जब भी कोई हिंदुस्तान के सामने खड़ा होता है, तो जीत किसकी होती है यह बताने की जरूरत नहीं है. वहीं कांग्रेस अध्यख मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सभी 26 पार्टियों के साथ मिलकर हमने इस गठबंधन को इंडियन नेशनल डेवेलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस(INDIA) नाम दिया है. हम महाराष्ट्र, मुंबई में फिर मिलने जा रहे हैं. वहां हम समन्वयकों के नाम पर चर्चा करेंगे और उनके नाम का ऐलान करेंगे.जल्द ही मुंबई बैठक के लिए तारीख की घोषणा की जाएगी.
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एनडीए की बैठक जारी
आपको बता दें कि विपक्ष के 26 दलों के जवाब में एनडीए ने 38 दलों की बैठक बुलायी है जो दिल्ली के ‘द अशोक होटल’ में जारी है. दिल्ली में NDA की बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया कि हमारा गठबंधन एक समय-परीक्षित गठबंधन है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाना और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है. एनडीए की बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) प्रमुख चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ, सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल (अजित पवार गुट) पहुंचे हैं.
पहले भी कई प्रधानमंत्री हुए हैं, आगे भी होंगे.
लेकिन प्रधानमंत्री जी को “शेर” कहना ठीक नहीं.
क्योंकि विश्व भर में शेरों की आबादी कम हो रही है. pic.twitter.com/3Sm6iNUZwC
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 18, 2023
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‘सामूहिक संकल्प’ में विपक्षी दलों ने क्या कहा
विपक्ष ने आज की बैठक के बाद एक स्वर में सभी 26 दलों ने सरकार पर भारतीय संविधान के मूलभूत स्तंभों-धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र, आर्थिक संप्रभुता, सामाजिक न्याय और संघवाद-को कमजोर करने और देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया. विपक्षी दलों ने बैठक में पारित ‘सामूहिक संकल्प’ में कहा कि हम संविधान में निहित भारत के विचार की रक्षा के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हैं. हमारे गणतंत्र के चरित्र पर भाजपा द्वारा व्यवस्थित तरीके से गंभीर हमला करने का काम किया जा रहा है. हम अपने देश के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं.