Chhattisgarh Maoist Attack छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले के बॉर्डर पर हुए माओवादी मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल है. इन शहीदों में तेलगु के दो सीआरपीएफ के जवान भी शामिल है. इनकी शादी जल्द होने वाली थी. माओवादियों के हमले में अपनी जान गंवाने वाले इन शहीदों के घर में मातम पसरा है. शहीद के परिवार के सदस्यों ने इस बारे में जानकारी दी है.
अग्रेजी समाचार पत्र हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, 27 वर्षीय राउथू जगदीश जवान आंध्र प्रदेश के विजियानगरम शहर के रहने वाले थे और उनकी शादी 22 मई को होने वाली थी. वहीं, 28 वर्षीय शखामुरी मुरली कृष्णा आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के सटेनपल्ले कस्बे के रहने वाले थे और इनकी शादी भी जल्द होने वाली थी. परिजनों ने बताया कि मुरली कृष्णा के लिए वे एक बेहतर जोड़ी की तलाश कर रहे थे.
शहीद जगदीश के पिता ने बताया कि उनके बेटे से शुक्रवार को बातचीत के दौरान अगले महीने होने वाली अपनी शादी की तैयारियों को लेकर चर्चा हुई थी. बेटे ने कहा था कि वो अगले हफ्ते छुट्टी लेकर अपने घर आएंगे और शादी के लिए शॉपिंग करेंगे. इसी को लेकर हम लोग जगदीश के आने का इंतजार कर रहे थे. वहीं, जगदीश की मां ने अपने बेटे की फोटो हाथ में लिए बताया कि बीते साल उसकी बहन सरस्वती की शादी हुई थी. शहीद जगदीश ने 2010 में सीआरपीएफ ज्वाइन किया था. जगदीश के मित्र रमेश ने कहा कि वे जब अपने घर आते थे यहां त्योहार जैसा माहौल बन जाता था.
वहीं, आंध्र प्रदेश के शहीद जवान शखामुरी मुरली कृष्णा सीआरपीएफ की कोबरा विंग में थे. उनकी मौत की खबर के बाद से ही उनके पिता शखामुरी रवींद्र और माता विजयकुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है. मुरली कृष्णा के शहीद होने की खबर फैलते ही लोग उनके घर पहुंच रहे हैं और परिजनों को ढाढस बंधा रहे हैं. इधर, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने शहीद जवान के परिजनों को 30 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है.
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