Chhattisgarh: आईईडी की चपेट में आने से सीआरपीएफ के दो जवान घायल, एयरलिफ्ट कर पहुंचाए गए रायपुर
Chhattisgarh IED Blast: पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घायल जवानों को जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद रायपुर रेफेर किया गया है और बेहतर इलाज के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से वहां भेजा जा रहा है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में आईईडी की चपेट में आने से सेंट्रल रिजर्व पुलिस फाॅर्स (CRPF) के दो जवान घायल हो गए हैं. पुलिस अधिकारियों ने आज इस घटना की जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के अंतर्गत टेकामेटा पहाड़ी के करीब आईईडी की चपेट में आने से सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए हैं। आगे बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि सुबह सीआरपीएफ के दल को गश्त पर हिरोली गांव की ओर रवाना किया गया था. दल जब सुबह लगभग 10:30 बजे टेकामेटा की पहाड़ी के करीब पहुंचा तब विस्फोटक की चपेट में आने से सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए हैं.
हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजे जा रहे रायपुर
आगे बताते हुए पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घायल जवानों को जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद रायपुर रेफेर किया गया है और बेहतर इलाज के लिए उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से वहां भेजा जा रहा है. आगे बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है.
आईईडी का इस्तेमाल कर ब्लास्ट
बता दें दंतेवाड़ा के अरनपुर थाना क्षेत्र में सुरक्षा कर्मियों को ले जा रहे काफिले में शामिल एक मल्टी-यूटिलिटी व्हीकल (एमयूवी) को नक्सलियों द्वारा उड़ाए जाने के एक महीने बाद यह घटना हुई है. 26 अप्रैल को ब्लास्ट एक आईईडी का इस्तेमाल करके किया गया था जिसमें अनुमानित 40 किलो विस्फोटक सामग्री थी. पिछले दो साल में राज्य में सुरक्षा बलों पर नक्सलियों का यह सबसे बड़ा हमला था.
नक्सलवाद छोड़ने के बाद बल में हुए शामिल
जिस इलाके में यह ब्लास्ट हुआ वह राज्य की राजधानी रायपुर से करीब 450 किलोमीटर दूर है. मृतक सुरक्षाकर्मी जिला रिजर्व गार्ड (DRG) – राज्य पुलिस की एक नक्सल विरोधी यूनिट के थे. मरने वाले 10 कर्मियों में से 8 दंतेवाड़ा जिले के निवासी थे जबकि एक-एक पड़ोसी सुकमा और बीजापुर जिले के थे. उनमें से कुछ नक्सलवाद छोड़ने के बाद बल में शामिल हुए थे. (भाषा इनपुट के साथ)