प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में ऐलान किया कि तीन जनवरी 2022 से देश में 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन दिया जायेगा. गौरतलब है कि अबतक देश में 18 साल से अधिक के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध था लेकिन अब 15 साल तक के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन उपलब्ध होगा.
देश में जायडस कैडिला के वैक्सीन को भी बच्चों के लिए मंजूरी दी गयी थी, लेकिन अबतक बच्चों का टीकाकरण शुरू नहीं हुआ है, जबकि देश में 141 करोड़ कोविड वैक्सीन दिया जा चुका है. देश की कुल वयस्क आबादी का 90 प्रतिशत वैक्सीन का एक डोज ले चुका है, जबकि 60 प्रतिशत से अधिक दोनों डोज लगवा चुका है.
ओमिक्राॅन के खतरे के बीच ऐसी खबरें आयीं कि यह कोरोना वायरस का यह वैरिएंट बच्चों पर ज्यादा असर कर रहा है. वैसे भी विश्व में बच्चों को लेकर चिंता ज्यादा है. अपने देश में हमेशा यह आशंका जतायी जा रही है कि बच्चों को ओमिक्राॅन के खतरे से बचाना बहुत जरूरी है, ऐेसे में जब वैक्सीनेश की शुरुआत होगी तो यह एक बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि बच्चों को एक मजबूत प्रतिरक्षा मिलेगी. आइए जानते हैं कि विश्व में ऐसे कौन से देश हैं जो बच्चों का वैक्सीनेशन कर चुके हैं या कर रहे हैं-
बात अगर यूरोपीय देशों की करें तो यूके में अक्टूबर से बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया था. स्विटरलैंड में जून महीने से ही 12 से 15 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया था. यहां बच्चों को फाइजर और माॅडर्ना का टीका दिया जा रहा है.
मिडिल ईस्ट के देशों में इजरायल ने अगस्त महीने से ही अपने देश में बच्चों के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत कर दी थी, जबकि यूएई ने अगस्त में चीन के वैक्सीन को मंजूरी दी थी और फिर नवंबर में फाइजर के वैक्सीन को मंजूरी दी गयी.
अमेरिका ने अपने देश में फाइजर वैक्सीन को 5-11 साल के बच्चों के लिए मंजूरी दी है, जबकि कनाडा ने फाइजर वैक्सीन को 12-15 साल के बच्चों के लिए मंजूरी दी है.
इन देशों के अलावा चीन, जापान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और हांगकांग में भी 12 से 15 साल के बच्चों को वैक्सीन देने की अनुमति प्रदान की है और इन देशों में वैक्सीनेशन चालू है.