कोरोना वायरस के चलते स्कूलबंदी में भी जारी रहेगी बच्चों की पढ़ाई, लीड स्कूल एट होम ने शुरू की सेवा

कोरोना वायरस के चलते विभिन्न राज्यों में स्कूलों को बंद करने के आदेश के बीच शिक्षा क्षेत्र की प्रौद्योगिकी कंपनी लीड स्कूल ने बच्चों के लिए घर से पढ़ाई की ‘लीड स्कूल एट होम' सेवा शुरू की है.

By KumarVishwat Sen | March 16, 2020 9:57 PM
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नयी दिल्ली : कोरोना वायरस के चलते विभिन्न राज्यों में स्कूलों को बंद करने के आदेश के बीच शिक्षा क्षेत्र की प्रौद्योगिकी कंपनी लीड स्कूल ने बच्चों के लिए घर से पढ़ाई की ‘लीड स्कूल एट होम’ सेवा शुरू की है. यह एक ऑनलाइन लाइव स्कूल सुविधा है, जो बच्चों को घर पर पढ़ाई जारी रखने में मदद करती है. कंपनी का दावा है कि इससे आने वाले दिनों में तीन लाख से अधिक विद्यार्थी लाभांवित होंगे.

कंपनी ने एक बयान में कहा कि दिल्ली, बेंगलुरु, महाराष्ट्र व हरियाणा स्कूल बंद करा दिये गये हैं. इसके अलावा, अन्य राज्य सरकारें भी स्कूल बंद करने के लिए दिशानिर्देश जारी कर रही हैं. ऐसे में इस सुविधा के जरिये कंपनी पाठ्यक्रम के बचे हुए हिस्सों के लिए लाइव ऑनलाइन कक्षाएं चलाएगी. इसमें किसी भी कक्षा का छात्र उस पाठ या अध्याय से पढ़ाई चालू कर सकेगा, जहां तक उसे स्कूल बंद होने से पहले पढ़ाया गया था.

लीड स्कूल के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमित मेहता ने बताया कि बच्चों के लिए अध्ययन की निरंतरता और एकीकरण बहुत जरूरी है. इसलिए लीड स्कूल अपने सभी सहभागी स्कूलों को सहयोग प्रदान कर रहा है, ताकि वह अपने छात्रों की निर्बाध पढ़ाई सुनिश्चित कर सकें. हमारी एकीकृत प्रणाली के जरिये हम हमारे सभी स्कूलों के प्रत्येक ग्रेड की अधूरी इकाइयों को जान सकते हैं और परीक्षाएं शुरू होने से पहले पाठ्यक्रम पूरा कराने के लिए आवश्यक ऑनलाइन पाठ्य सामग्री उपलब्ध करा सकते हैं.

उन्होंने कहा कि लाइव कक्षाओं में शामिल न हो पाने वाले छात्रों के लिए रिकॉर्ड वीडियो उपलब्ध होंगे. इसे वह अपनी सुविधा के अनुसार देख सकते हैं. लीड स्कूल की अभिभावकों के लिए बनायी गयी एप पर विद्यार्थियों को गृहकार्य दिया जाएगा, ताकि स्कूलों के दोबारा खुलने तक उनकी पढ़ाई का कोई भी हिस्सा छूटे नहीं.

लीड स्कूल विद्यालयों, प्रधानचार्यों, शिक्षकों और मातापिता को एकीकृत करने वाली प्रणाली है. इसमें स्कूल से जुड़ी गतिविधियों को एक मंच पर लाकर सभी की सहभागिता सुनिश्चित की जाती है. देशभर में 800 से ज्यादा स्कूल लीड स्कूल की प्रणाली का इस्तेमाल करते हैं.

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