भारतीय वायुसेना (Indian AirForce) की ताकत में और भी इजाफा करने की तैयारी है. भारतीय वायुसेना 114 मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट (Fighter Aircraft) की योजना बना रही है. इनमें से 96 भारत में बनाए जाएंगे, और शेष 18 विदेशी विक्रेता से आयात किए जाएंगे. एयरक्राफ्ट का पूरा सौदा करीब 20 अरब डालर हो सकता है. भारत सरकार इसके लिए फ्रांस का राफेल, अमेरिकी कंपनी बोइंग का F-15EX और F-18 और लॉकहीड मार्टिन का एफ- 21 लड़ाकू विमान को भारतीय वायुसेना में शामिल करने की तैयारी कर रही है. जानिए क्या है इन फाइटर जेट की खुबियां.
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इसी कड़ी में अमेरिकी कंपनी लॉकडीह मार्टिन का एफ-21(F-21 Lockheed Martin) युद्धक विमान एफ-16 का अपग्रेड वर्जन है. यह विमान अभी केवल पेपर पर बना है और अभी तक इसका निर्माण शुरू नहीं हुआ है. लॉकहीड का दावा है कि यह विमान कई तरह की भूमिकाएं निभा सकता है. इसका सिंगल सीटर और डबल सीटर दोनों ही संस्करण मौजूद है. इस लड़ाकू विमान से AIM-20D AMRAAM मिसाइल को फायर कर सकता है.
बोइंग F-15EX युद्धक विमान बोइंग कंपनी का है. F-15EX युद्धक विमान को F-15C विमान का अपग्रेड वर्जन है. इसे अमेरिकी वायुसेना ने 1969 के दशक में डिजाइन किया था. बता दें कि F-15EX युद्धक विमान को बोइंग कंपनी ने समय समय पर अपग्रेड किया है. बोइंग के इंजीनियरों का दावा है कि F-15EX के निर्माण से पहले सैकड़ों डिजिटल विमान बनाए गए, और उसका हजारों घंटों परिक्षण किया गया. यह विमान पेलोड ले जाने और स्पीड में सबसे आगे है. यह विमान हवा में ही मिसाइलों को दागने में सक्षम है. यह विमान 20 हजार घंटे तक उड़ान भर सकता है.
फ्रांस का राफेल फाइटर जेट पहले से भारतीय वायुसेना में शामिल है. साल 2016 में 36 विमानों का समझौता हुआ था. यह लड़ाकू विमान अकेले ही कई तरह के मिशन को अंजाम दे सकता है. इसकी अधिकतम रफ्तार 4.5 मैक है, जो ध्वनि की रफ्तार से लगभग दोगुना है. यह फिलहाल भारत का सबसे खतरनाक फाइटर जेट है. इसका इस्तेमाल जासूसी, सैनिकों को जमीनी सपोर्ट, लंबी दूरी तक हमला करने और दुश्मन के युद्धपोतों को तबाह करने के लिए किया जा सकता है. यह करीब 3700 किमी तक हमला करने में सक्षम है. यह विमान कई तरह की घातक मिसाइलों और बमों से लैस है. इसका इस्तेमाल अफगानिस्तान, लीबिया, माली, इराक और सीरिया की जंग में किया जा चुका है.
स्वीडन का ग्रिपेन फाइटर जेट की योजना भारतीय वायुसेना बना रही है. यह विमान एक इंजन वाला और बेहद हल्का है. यह विमान मल्टीरोल फाइटर जेट के स्वीडन की रक्षा कंपनी साब एबी बनाती है. इस विमान को 1996 में स्वीडन की वायुसेना में शामिल किया गया था. बता दें कि स्वीडन की वायुसेना में 1000 से लेकर 2000 फाइटर जेट हैं. यह विमान 150 किमी तक हवा से हवा में मार करने वाली मेटेओर मिसाइल से लैस है. इस विमान को ऐसा बनाया गया है कि इसे नई तकनीकी आने पर आसानी से शामिल किया जा सकता है. इस विमान को चेक गणराज्य, हंगरी, दक्षिण अफ्रीका और थाइलैंड की वायुसेना में शामिल किया गया है.
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