इन ऐप पर पाबंदी लगाने से पहले भारत सरकार ने सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी थी . भारत अब इस बैन को हमेशा के लिए जारी रख रहा है. सरकार के बैन को परमानेंट किया जने पर चीन परेशान है. ऐप बैन करने के बाद चीनी कंपनियों ने अपनी- अपनी बात सरकार के सामने रखी थी लेकिन सरकार उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुई. अब चीन इस मामले में बयानबाजी कर रहा है.
इन ऐप्स पर बैन के बाद चीन को करोड़ों का नुकसान हो रहा है. चीनी कंपनियों को हो रहे इस घाटे से चीन परेशान है. चीन प्रोडक्ट्स के लिए भारत एक बड़ा बाजार है. मोबाइल ऐप का भी इस्तेमाल भारत में खूब होता है.
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भारत आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है ऐसे में चीनी कंनपनियां औऱ चीन की सरकार परेशान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाल ही में अपने संबोधन में कहा था कि हम सभी को यह देखना चाहिए कि कौन – कौन सी चीजें हमारे घर में विदेशी हैं. हमें आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ना है.
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सरकार ने भारत की संप्रभुता, अखंडता, देश और राज्य की सुरक्षा के साथ-साथ सार्वजनिक व्यवस्था के लिए पूर्वाग्रह से ग्रस्त होकर विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए चीनी ऐप्स को ब्लॉक कर दिया था. वीडियो शेयरिंग ऐप टिक टॉक समेत चीन के अन्य ऐप्स पर पाबंदी को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय ने कंपनियों को नोटिस भेजा था. सरकार इन जवाब से खुश नहीं है.