नयी दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से पूरी दुनिया त्रस्त है. इस वायरस के फैलने को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार सार्वजनिक तौर पर वायरस को फैलाने को लेकर चीन पर आरोप लगा चुके हैं. वहीं हॉवर्ड मेडिकल स्कूल ने एक खुलासा किया है, जिसमें चीन द्वारा इस वायरस को लेकर बरती गई लापारवाही और साजिशों का पर्दाफाश किया गया है.
टेलीग्राफ लंदन की रिपोर्ट के अनुसार हॉवर्ड मेडिकल स्कूल ने कुछ सेटेलाइट इमेज के जरिए एक रिसर्च किया है. रिसर्च में दावा किया गया है कि कोरोनावायरस चीन को अगस्त में ही चपेट में ले लिया था, लेकिन चीन ने इस मामले को साजिश के तहत दबाए रखा. चीन ने कोरोना के बारे में दुनिया को 31 दिसंबर को जानकारी दिया था.
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हॉवर्ड ने अपने इस रिसर्च रिपोर्ट में खुलासा किया है कि अगस्त महीने से ही चीन के वुहान शहर के पांच बड़े अस्पतालों के बाहर काफी भीड़ देखी जा रही है. माना जा रहा है कि ये सभी लोग किसी बीमारी को लेकर यहां इलाज कराने आये थे. रिपोर्ट कहा गया है कि हो सकता है इस बीमारी के बारे में अधिक जानकारी डॉक्टरों के पास भी न हो.
अमेरिका कर चुका है कई खुलासा– इससे पहले, अमेरिका के विभिन्न एजेंसी इस मामले में कई खुलासे कर चुके हैं. अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि कोरोनावायरस मामले पर चीन ने डबल्यूएचओ को धमकाया और मामले को छुपाने के लिए कहा. सीआईए ने इस संबंध में सभी सबूत जुटाने का भी दावा किया था.
रिपोर्ट में दाव किया गया था यह इसलिए किया गया क्योंकि चीन कोरोना से लड़ने के लिए मेडिकल आपूर्ति निर्बाध रूप से जुटा ले और अपने देश में बाकी सामान का भी निर्यात कर लें. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इस वायरस के बाद बिल्कुल डर गया था, जिसके बाद उसने डबल्यूएचओ के सहारे इसपर झूठ बोला.
दुनियाभर में 70 लाख से अधिक संक्रमित- इस घातक वायरस से दुनियाभर में 70 लाख से अधिक लोगों संक्रमित हैं, जबकि 4 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आकर मारे जा चुके हैं. इस वायरस से इटली, चीन और अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra