ग्लोबल टाइम्स ने चीनी विशेषज्ञ लियू काइयू के हवाले से कहा कि भाजपा नेता ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है, जब भारतीय मीडिया ने ताइवान के नेशनल डे का समर्थन किया है और सहयोग किया है. साथी भारतीय विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने भारतीय मीडिया के एक चीन की नीति का सम्मान नहीं करते हुए अपने विचारों को प्रकाशित करने के अधिकारों का समर्थन किया है.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, कथित चीनी विशेषज्ञ ने कहा कि भारत का ताइवान के सवाल पर भड़काने का प्रयास भारत-चीन रिश्तों पर ऐसा असर डालेगा, जिसे ‘फिर ठीक नहीं किया जा सकेगा.’ शंघाई इंस्टीट्यूट में अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ झाओ गांचेंग ने कहा कि भारत-चीन की एक चीन नीति को चुनौती देकर आग से खेल रहा है.’
उन्होंने दावा किया कि भारत ताइवान के सवाल पर घरेलू स्तर पर चीन विरोधी भावनाओं को भड़काकर भारत सरकार चीन को एक पड़ोसी के रूप में व्यवहार करने से पीछे हटने के लिए बाध्य कर रही है. झाओ ने कहा कि भारत को उस समय आश्चर्य नहीं होना चाहिए, जब उसे आर्थिक तथा आपसी आदान-प्रदान से हाथ धोना पड़ जाए. चीनी विशेषज्ञ ने कहा कि भारत सरकार खुलेआम अभी भी एक चीन नीति का पालन करती है, लेकिन प्रेस की स्वतंत्रता के नाम पर कंधे उचकाने लगती है.
चीन के रिसर्च फेलो हू झियोंग ने कहा कि राष्ट्रवादी भाजपा अनैतिक तरीके से भारत-चीन तनाव के बीच ताइवान के सवाल को भड़का रही है. उसने लक्ष्मण रेखा को पार कर दिया है, क्योंकि वह ताइवान का कार्ड खेल रही है और यह सोच रही है कि चीन के साथ मोलभाव में काम देगा.हू ने कहा कि यह उकसावे की कार्रवाई भारत के लिए कुछ भी अच्छा नहीं लाएगी और केवल पहले से धरातल पर चल रहे द्विपक्षीय तनाव को और भड़काएगी. यहां तक कि यह दोनों देशों के बीच रणनीतिक भागीदारी को नुकसान पहुंचाएगी.
ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि मास्को में हुए 5 सूत्री समझौते पर अभी भी भारत ने कोई कदम नहीं उठाया है. भारत ने अपनी सैन्य तैनाती को बढ़ा दिया है. इसने चीनी सेना को सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को मजबूर किया है.
बता दें कि दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के नजदीक शनिवार को ताइवान के नेशनल डे पर बधाई देने वाले पोस्टर लगाए गए. हालांकि, कुछ घंटों के भीतर ही नयी दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने उन्हें हटा दिया. अधिकारी ने बताया कि पोस्टर, जिसपर लिखा था 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय दिवस पर ताइवान को बधाई, दिल्ली के भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा द्वारा जारी किया गया था और उन्होंने खुद इसकी तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट की.
उन्होंने बताया कि इन पोस्टरों को शुक्रवार की रात शांति पथ पर चीन के दूतावास के नजदीक लगाया गया था. यह इलाका दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित है. एनडीएमसी के अधिकारी ने शनिवार को बताया कि हमने चीन के दूतावास के करीब लगाए गए इन पोस्टरों को हटा दिया है.
इससे पहले चीन के दूतावास ने भारतीय मीडिया को दिशानिर्देश जारी कर कहा था कि वह ताइवान के नेशनल डे पर भारत की ‘एक चीन की नीति’ का उल्लंघन नहीं करे. दूतावास ने सात अक्टूबर को जारी पत्र में कहा कि सभी देशों को (जिनका राजनयिक संबंध चीन के साथ है) उन्हें मजबूती के साथ एक चीन नीति का सम्मान करना चाहिए, जो लंबे समय से भारत सरकार का भी आधिकारिक रुख है.
पत्र में कहा गया, ‘हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय मीडिया ताइवान के सवाल पर भारत सरकार के रुख के साथ रहेगी और एक चीन सिद्धांत का उल्लंघन नहीं करेगी. यह पत्र ताइवान सरकार द्वारा 10 अक्टूबर को नेशनल डे से पहले भारत के कई प्रमुख अखबारों में विज्ञापन दिए जाने के बाद आया. भारत ने गुरुवार को चीन के दूतावास द्वारा जारी दिशानिर्देश पर कहा कि इस देश में ‘मीडिया स्वतंत्र’ है.
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Posted By : Vishwat Sen