चीन ने की थी राजीव गांधी फाउंडेशन को फंडिंग, जे पी नड्डा का कांग्रेस पर बड़ा आरोप
नयी दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. नड्डा ने आरोप लगाया कि साल 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से तीन सौ हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर की राशि मिली थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इतनी मोटी रकम किस बात के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली थी, जिसकी अध्यक्ष कांग्रेस नेता सोनिया गांधी हैं.
नयी दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है. नड्डा ने आरोप लगाया कि साल 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से तीन सौ हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर की राशि मिली थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि इतनी मोटी रकम किस बात के लिए राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली थी, जिसकी अध्यक्ष कांग्रेस नेता सोनिया गांधी हैं.
नड्डा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी फाउंडेशन के सदस्य हैं. नड्डा ने ये गंभीर आरोप मध्य प्रदेश जनसंवाद नाम से आयोजित एक डिजिटल रैली को दिल्ली से संबोधित करते हुए लगाये. इस रैली को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी संबोधित किया.
उन्होंने कहा, ‘मुझे आश्चर्य होता है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-06 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास ने तीन सौ हजार करोड़ यूएस डॉलर क्यों दिये’ नड्डा ने कहा कि विपक्ष के लोग विरोध के नाम पर किस तरीके से ‘दोस्ती’ निभाते हैं, यह इसका एक उदाहरण है.
नड्डा ने कहा, ‘देश जानना चाहता है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को तीन सौ हजार करोड़ अमेरिकी डॉलर किस लिए दिये गये थे. एक परिवार की गलतियों के कारण 43 हजार वर्ग किलोमीटर हमारी भूमि चली गयी. चीन से ये फंड लेते हैं और उसके बाद वो स्टडी कराते हैं, जो देश के हित में नहीं है और ये उसके लिए वातावरण तैयार करते हैं.’
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देश पर थोपे गए आपातकाल के 45 साल पूरे होने पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और इसे उसकी ‘अधिनयाकवादी’ मानसिकता का परिचायक करार दिया. नड्डा ने एक ट्वीट में कहा, ‘भारत उन सभी महानुभावों को नमन करता है, जिन्होंने भीषण यातनाएं सहने के बाद भी आपातकाल का जमकर विरोध किया. ये हमारे सत्याग्रहियों का तप ही था जिससे भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों ने एक अधनियाकवादी मानसिकता पर सफलतापूर्वक जीत प्राप्त की.’
देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 के बीच 21 महीने की अवधि तक आपातकाल लागू रहा. इंदिरा गांधी उस समय देश की प्रधानमंत्री थीं. इसके साथ ही नड्डा ने ट्वीटर पर ‘आपातकाल का काला अध्याय’ शीर्षक से एक पोस्ट भी साझा की. इसमें उन्होंने कहा कि वर्ष 1975 में आज ही के दिन निहित राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए तत्कालीन सरकार द्वारा आपातकाल की घोषणा कर सरकार के खिलाफ बोलने वालों को जेल में डाल दिया गया था, देशवासियों के मूलभूत अधिकार छीनकर अखबारों के दफ्तरों पर ताले लगा दिये गये थे.’
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.