भारत के रक्षा मंत्रालय सहित कई महत्वपूर्ण वेबसाइट को हैक करने के फिराक में चीन, जासूस ने किया खुलासा
china spy china hack india china hacked indian defence websites china cyber attack on india china cyber attack on india latest news cyber attack by chinaचीन भारत की सुरक्षा एजेंसियों को हैक करके कई अहम जानकारियां हासिल करने के फिराक में था. भारत बांग्लादेश की सीमा के माध्यम से चीनी नागरिक भारत में घुसपैठ के करने के फिराक में था.
पश्चिम बंगाल के मालदा से गिरफ्तार हुए चीनी नागरिक ने चौकाने वाला खुलासा किया है. चीन रक्षा मंत्रालय सहित केंद्र सरकार की कई अहम वेबसाइट को हैक करने की योजना बना रहा है. चीनी घुसपैठिये से पूछताछ के दौरान एसटीएफ ने यह जानकारी साझा की है.
चीन भारत की सुरक्षा एजेंसियों को हैक करके कई अहम जानकारियां हासिल करने के फिराक में था. भारत बांग्लादेश की सीमा के माध्यम से चीनी नागरिक भारत में घुसपैठ के करने के फिराक में था.
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चीनी नागरिक ने पहले भी बताया है कि वह भारत के कई मोबाइल सिम को पहले ही अपने देश भेज चुका है. विशेष कार्यबल (एसटीएफ) इससे और जानकारी इकट्ठा करने के फिराक में है.चीनी नागरिक हैन जुनवे ने पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां दी है. चीनी एजेंसियों ने बेंगलुरु की उस कंपनी को निशाना बनाया, जो कि मंत्रालय और बीएसएनएल से जुड़ी हुई है.
एसटीएफ के एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर यह खुलासा किया है चीन के निशाने पर सिर्फ सरकारी वेबसाइट नहीं बल्कि एयरोस्पेस कंपनियां भी इन एजेंसियों के निशाने पर हैं. चीन लगातार भारत की सुरक्षा प्रणालियों को निशाना बनाने के फिराक में रहता है, चीन भारत में अपनी जासूसी नेटवर्क को भी मजबूत करने की रणनीति बना रहा है.
सुरक्षा एजेंसियां इस ऐंगल से भी मामले की जांच कर रहीं है कि भारत से जुड़ी इन एजेंसियों से इस चीनी जासूस का क्या संबंध है. चीनी जासूस की भारत में घुसपैठ के पीछे क्या योजना थी. किस प्लान के साथ वह भारत में प्रवेश कर रहा था. साथ ही सुरक्षा एजेंसियां आतंकी और नक्सल कनेक्शन की भी जांच कर रही हैं कि चीन कहीं इनकी मदद तो नहीं कर रहा है.
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12 जून को गिरफ्तार चीनी नागरिक के पास से बरामद मोबाइल फोन और लैपटॉप को भी अनलॉक करने का प्रयास किया जा रहा है. चीनी नागरिक के संबंध में यह महत्वपूर्ण सबूत हो सकते हैं लेकिन चीनी घुसपैठिये की इन गैजेट्स को ऑन करना मुश्किल हो रहा क्योंकि इसमें मजबूत पासवर्ड लगे हैं और इसे सुरक्षित रखने के लिए चीनी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.