बीजिंग : विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी है कि चीन के विदेश मंत्री किन गांग इस सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे और वे 2 मार्च को जी-20 समूह के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेंगे. वर्ष 2019 में सीमा तंत्र के विषय पर विशेष प्रतिनिधियों की वार्ता में शामिल होने के लिए पूर्ववर्ती वांग यी की नई दिल्ली की यात्रा के बाद किसी चीनी विदेश मंत्री की यह पहली भारत की यात्रा होगी. इस वार्ता में वांग और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल विशेष प्रतिनिधि थे.
चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, अपने भारतीय समकक्ष मंत्री एस जयशंकर के निमंत्रण पर विदेश मंत्री किन गांग दो मार्च को नई दिल्ली में जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे. भारत ने पिछले साल एक दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता संभाली है.
जी-20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 फीसदी, वैश्विक व्यापार के 75 फीसदी से अधिक और दुनिया की आबादी के लगभग दो-तिहाई का प्रतिनिधित्व करते हैं. जी-20 के सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं. यूरोपीय यूनियन भी इसका हिस्सा है.
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बता दें कि मई 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में लगभग शिथिलता आ गई है. गतिरोध को दूर करने के लिए दोनों देशों ने सैन्य कमांडर स्तर की 17 उच्च स्तरीय वार्ता की है. भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते.