उत्तराखंड : देहरादून में क्लोरीन गैस लीक, सांस लेने में लोगों को हो रही है दिक्कत
आम लोगों को प्रभावित क्षेत्र से दूर किया गया है. वहीं रिसाव वाले सिलेंडरों को गड्ढे में दबाने का काम जारी है. जानें देहरादून में क्लोरीन गैस लीक मामले का अपडेट
उत्तराखंड की राजधनी देहरादून से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, यहां के प्रेम नगर थाने के झांजरा क्षेत्र में खाली प्लॉट में रखे क्लोरीन सिलेंडर में लीकेज के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. सूचना मिलने पर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और फायर टीम मौके पर पहुंची है. मामले की जांच जारी है. अब तक जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार, आम लोगों को प्रभावित क्षेत्र से दूर किया गया है. वहीं रिसाव वाले सिलेंडरों को गड्ढे में दबाने का काम जारी है.
#WATCH | Uttarakhand: On receiving information about people facing difficulty in breathing due to leakage in the chlorine cylinder kept in the empty plot in the Jhanjra area of Prem Nagar police station in Dehradun, Police, NDRF, SDRF and Fire team reached the spot and are… pic.twitter.com/Xq7n71Ot3n
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 9, 2024
पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पास ही स्थित आवासीय परिसर से लोगों को समय रहते वहां से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया जिससे किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ. प्राप्त जानकारी के अनुसार, देहरादून जिला नियंत्रण कक्ष को झाझरा में खुले मैदान में क्लोरीन गैस के रिसाव की सूचना मिली. मौके पर जाकर पता चला कि क्लोरीन के छह बड़े सिलेंडरों में से दो में से गैस लीक हो रही है. घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ के कमान्डेंट और केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल एंड न्यूक्लियर (सीबीआरएन) के विशेषज्ञ आवश्यक उपकरणों के साथ मौके पर पहुंचे.
मौके पर पुलिस, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के अलावा अग्निशमन सेवा एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को भी बुलाया गया. क्लोरीन गैस के रिसाव के संपर्क में आने से चक्कर आना, चेहरे और आँखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और उल्टी,सिरदर्द की परेशानी होती है. घटनास्थल से कुछ दिन ही दूर आवासीय परिसर होने के कारण पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने आसपास के क्षेत्र में स्थित घरों से लोगों को निकाल कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
संयुक्त अभियान चलाकर गैस रिसाव को रोकने व सिलेंडरों को घटनास्थल से हटाने का प्रयास किया जा रहा है.