डॉन के नाम से जारी हो गया डाक टिकट
देश में डाक टिकट किसी महान स्मारक, धरोहर और महान लोगों के नाम पर जारी होते रहे हैं. डाक टिकट में ऐसे लोगों की तस्वीर होती है जिन्होंने देश के लिए कुछ किया हो. अब कानपुर डाक विभाग ने अंडरवलर्ड डॉन माफिया के नाम से डाक टिकट जारी कर दिया. इस मामले में अब जांच के आदेश दिये गये हैं.
देश में डाक टिकट किसी महान स्मारक, धरोहर और महान लोगों के नाम पर जारी होते रहे हैं. डाक टिकट में ऐसे लोगों की तस्वीर होती है जिन्होंने देश के लिए कुछ किया हो. अब कानपुर डाक विभाग ने अंडरवलर्ड डॉन माफिया के नाम से डाक टिकट जारी कर दिया. इस मामले में अब जांच के आदेश दिये गये हैं.
मुन्ना बजरंगी और छोटा राजन
जिन दो लोगों के नाम से डाक टिकट जारी किया गया है उनमें छोटा राजन और मुन्ना बजरंगी का नाम शामिल है. पांच रुपये के टिकट वाले 12 डाक टिकट पर छोटा राजन की तस्वीर है और 12 मुन्ना बजरंगी के नाम से जारी किये गये हैं. डाक विभाग को इसके लिए 600 रुपये दे दिये गये हैं.
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अब इस पर जांच हो रही है कि यह डाक टिकट आखिर छपे कैसे, किसने छपवाये और उनके नाम से डाक टिकट छापने का आदेश कैसे दे दिया गया. क्या किसी ने इसकी पड़ताल नहीं कि जिनके नाम से यह डाक टिकट जारी किया जा रहा है वह कौन लोग हैं. किसी से कोई प्रमाण पत्र मांगा गया या नहीं.
जांच के आदेश
अब इस मामले में जांच के आदेश दे दिये गये हैं. नियम कहता है कि जिस टिकट को अपने नाम से डाक टिकट बनवाना है उसे खुद डाक घर आना पड़ता है, यहां के वेबकैम के जरिये ही उसकी तस्वीर ली जाती है. ऐसे में यह जांच का विषय है कि इन दो अंडरवर्ल्ड डॉन के नाम से डाक टिकट कैसे जारी किया गया. इस मामले में दोषियों की तलाश की जा रही है.
कैसे छप गया डाक टिकट
इस योजना की शुरुआत साल 2017 में हुई थी. इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी या अपने परिजनों की फोटो वाली 12 डाक टिकट छपवा सकता है. इसके लिए 300 रुपये का शुल्क अदा करना होता है.
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ये डाक टिकट अन्य टिकटों की तरह ही मान्य होते हैं. इस डाक टिकट को बनवाने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. यह डाक टिकट केवल जीवित व्यक्ति का ही बनवाया जा सकता है. व्यक्ति जिंदा है या नहीं इसके लिए उसे खुद डाक विभाग आना पड़ता है. साथ ही कई तरह के फार्म और अहम जानकारियां भी मांगी जाती है.