नई दिल्ली : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वकील अब घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करते हुए कोर्ट में अपीयर हो सकते हैं. भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड ने बुधवार को कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों के मद्देनजर वकील अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने के लिए स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा कि अखबारों में प्रकाशित रिपोर्ट बताती है कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और अगर कोई वकील वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेश होना चाहते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं.
ऑनलाइन सुनेंगे आपकी बात
सीजेआई चंद्रचूड ने कहा कि हमने कोरोना के बढ़ते मामले पर अखबारों में रिपोर्ट देखी है. वकील हाईब्रिड मोड का इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आप ऑनलाइन पेश होना चाहते हैं, तो हम आपकी बात सुनेंगे. बता दें कि दिल्ली समेत देश के अन्य भागों में कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल, 2022 से भौतिक रूप से सुनवाई शुरू कर दी थी.
सुप्रीम कोर्ट में लाइव स्ट्रीमिंग शुरू
सर्वोच्च अदालत काफी समय से हाईब्रिड मोड (भौतिक और आभासी तरीका) सुनवाई का सफलतापूर्वक प्रयोग कर रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने शारीरिक सुनवाई दोबारा शुरू होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ऐप और यूट्यूब के जरिए संविधान पीठ की कार्यवाही का लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दिया है. सीजेआई चंद्रचूड़ और जस्टिस जेबी पारदीवाला की एक पीठ ने कहा कि अदालत वकीलों को ‘हाईब्रिड मोड’ (परिसर में या ऑनलाइन माध्यम से) से पेश होने की अनुमति देने को तैयार है. सीजेआई ने कहा कि हम आपकी दलीलें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सुन सकते हैं.
भारत में कोरोना के 4,435 नए मामले दर्ज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार को सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,435 नए मामले आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,47,33,719 हो गई है. पिछले 163 दिन में सामने आए ये सर्वाधिक दैनिक मामले हैं. वहीं, इलाजरत मरीजों की संख्या बढ़कर 23,091 पर पहुंच गई है. वहीं, संक्रमण से मरने वालों संख्या भी बढ़कर 5,30,916 हो गई है.