कुनो नेशनल पार्क में बड़ी संख्या में पेड़ काटने का दावा निकला गलत, जानिए क्या है पूरा मामला
ऐसी अफवाह फैलाई जा रही थी कि 8 चीतों की रिहाई के लिए लगभग 300 मेहमानों के साथ पीएम के दौरे की व्यवस्था करने के लिए कुनो वन्यजीव अभयारण्य में बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए थे.
Kuno National Park: लगभग 70 साल के इंतेजर के बाद भारत में फिर से 8 नए चीतों का आगमन हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कुनो नेशनल पार्क में इन चीतों का स्वागत किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने जन्मदिन के अवसर पर देश को यह सौगात दिया. बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्टों का यह दावा था कि पीएम मोदी के इस कार्यक्रम की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए थे.
खबर महज एक अफवाह, रिपोर्ट में आया सामने
ऐसी अफवाह फैलाई जा रही थी कि 8 चीतों की रिहाई के लिए लगभग 300 मेहमानों के साथ पीएम के दौरे की व्यवस्था करने के लिए कुनो वन्यजीव अभयारण्य में बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए थे. लेकिन जब इसकी जांच पड़ताल की गयी तो यह खबर मात्र एक अफवाह बनकर सामने आई. जिसमें कोई सच्चाई नहीं थी.
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‘रहने की व्यवस्था के लिए काटे गए पेड़’, किया था दावा
बता दें कि चीता को नामीबिया के भारत लाकर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क लाने और पीएम मोदी के उस कार्यक्रम में शिरकत करने के दौरान किसी भी तरह के व्यवस्था में पेड़ नहीं काटे गए थे. कुछ दावों का कहना था कि पेड़ काटकर उनके और उनके साथ आए लगभग 300 अतिथियों के रहने की व्यवस्था की गयी थी.
तिथियों के रहने की व्यवस्था सेसैपुरा FRH एवं टूरिज्म जंगल लॉज में
लेकिन बाद में इस मामले का जब फ़ैक्ट चेक हुआ इस तथ्य को गलत करार दे दिया गया. जांच में यह पता चला कि पीएम मोदी समेत सभी मुख्य अतिथियों के रहने की व्यवस्था सेसैपुरा एफआरएच एवं टूरिज्म जंगल लॉज में की गयी थी. इसलिए ऐसे सभी दावे गलत हो जाते है.