CM Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के धन शोधन मामले में अंतरिम जमानत की अवधि पूरी होने के बाद तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण करने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सोमवार को आरोप लगाया कि जेल में उन्हें कूलर उपलब्ध नहीं कराया गया है और एक साजिश के तहत उनका वजन तीन बार मापा गया. तिहाड़ जेल अधिकारियों ने आप के नेताओं के दावे का खंडन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का वजन केवल एक मशीन से मापा गया और उन्हें कूलर उपलब्ध नहीं कराया गया है क्योंकि यह सुविधा अदालत के आदेश के बाद प्रदान की जाती है. तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “केजरीवाल का वजन 63.5 किलोग्राम है, जो रविवार को उनके आत्मसमर्पण के समय केवल एक बार मापा गया था. वजन मापने वाली मशीन में कोई दिक्कत नहीं थी. रक्तचाप और शर्करा सहित उनके अन्य मानक सामान्य हैं.
तीन मशीनों से मापा गया सीएम केजरीवाल का वजन- आतिशी
आप की वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली की मंत्री आतिशी ने एक मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि रविवार को तिहाड़ में मेडिकल जांच के दौरान केजरीवाल का वजन वजन मापने वाली तीन मशीन से मापा गया. उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसे समय में जब दिल्ली में तापमान 48 डिग्री से 50 डिग्री के बीच है, केजरीवाल को ऐसी कोठरी में रखा गया है, जहां कूलर तक की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘तिहाड़ में बंद कुख्यात अपराधियों को भी कूलर मुहैया कराए जाते हैं, जबकि लोकप्रिय मुख्यमंत्री केजरीवाल को कूलर नहीं दिया गया है. मैं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उपराज्यपाल से पूछना चाहती हूं कि वे कितना नीचे गिरेंगे.”
कम हो रहा है केजरीवाल का वजन- आतिशी
आतिशी ने कहा कि केजरीवाल 30 साल से मधुमेह से पीड़ित हैं और पिछले कुछ महीनों से उनका वजन कम हो रहा है. उन्होंने केजरीवाल पर क्रूरता का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “कानून का पालन करने वाले नागरिक के रूप में आत्मसमर्पण करने के बाद उन्हें बिना कूलर के गर्म कोठरी में रखा गया है. मैं भाजपा और प्रधानमंत्री से कहना चाहती हूं कि केजरीवाल पर अत्याचार करने के लिए दिल्ली की जनता ही नहीं बल्कि भगवान भी उन्हें माफ नहीं करेंगे. आतिशी ने यह भी आरोप लगाया कि रविवार को उनकी मेडिकल जांच के दौरान उनका वजन तीन मशीन से मापा गया, जिसमें अलग-अलग रीडिंग आयी. उन्होंने कहा कि केजरीवाल का वजन 61 किलोग्राम पाया गया और तिहाड़ के अधिकारियों ने एक अन्य मशीन का इस्तेमाल किया, जिसमें उनका वजन 64 किलोग्राम आया. उन्होंने कहा कि तिहाड़ के अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने तीसरी मशीन का इस्तेमाल किया, जिसमें उनका वजन 66.5 किलोग्राम आया.
उन्होंने कहा, “21 मार्च को जब उन्हें (केजरीवाल) ईडी ने गिरफ्तार किया था, तब उनका वजन 70 किलोग्राम था और सोमवार को आत्मसमर्पण करने से पहले जब घर पर उनका वजन मापा गया, तो वह 63 किलोग्राम हो गया था. यह 7 किलोग्राम की गिरावट दिखाता है, जो एक गंभीर मामला है, फिर भी ईडी ने मेडिकल जांच के लिए उनकी जमानत का विरोध किया.” आतिशी ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज इस पर ध्यान देंगे, क्योंकि ऐसा लगता है कि इसके पीछे “बहुत बड़ी साजिश” है.
तिहाड़ जेल प्रशासन ने कही यह बात
तिहाड़ जेल अधिकारी ने कहा कि 10 मई को जब केजरीवाल जेल से रिहा हुए, तो उनका वजन 64 किलोग्राम था, जिसे उसी मशीन से मापा गया था, जिसका इस्तेमाल रविवार को किया गया था. अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल का रक्तचाप 120/76 मापा गया और शुगर लेवल सोमवार को 120 था. अधिकारी ने बताया, “केजरीवाल को दिन में दो बार इंसुलिन दिया जाता है और जेल में वह दो चिकित्सकों की निगरानी में रहते हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने सोमवार शाम को अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल से फोन पर बात की.
मुख्यमंत्री केजरीवाल को कूलर न दिए जाने के सवाल पर जेल अधिकारी ने कहा कि कूलर उन कैदियों को दिए जाते हैं, जो अस्वस्थ होते हैं और अदालत प्राधिकारियों को ऐसा करने का आदेश देता है.
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप दोहराया कि जेल में केजरीवाल का वजन मापने के लिए तीन मशीन का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, “जेल में अरविंद केजरीवाल का वजन तीन बार अलग-अलग मशीन से मापा गया, एक मशीन से वजन 61 किलोग्राम, दूसरी से 64 किलोग्राम और तीसरी से 66.5 किलोग्राम आया, जबकि रवाना होने से पहले जब घर पर उनका वजन किया गया तो वजन 63 किलोग्राम था. यह कैसा मजाक है? उपराज्यपाल साहब, कृपया मशीन ठीक करवाएं.” सिंह ने यह भी कहा कि केजरीवाल को बिना कूलर वाली एक छोटी सी कोठरी में रखा गया है जबकि तापमान 44 डिग्री सेल्सियस था.