CM House: अंशु प्रकाश के बाद क्या स्वाति मालीवाल के साथ भी हुई बदसलूकी
CM House:आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद एवं दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की ओर से मुख्यमंत्री आवास में पिटाई किए जाने के लिए पुलिस को फोन करने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के बयान में कहा गया कि सुबह […]
CM House:आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद एवं दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की ओर से मुख्यमंत्री आवास में पिटाई किए जाने के लिए पुलिस को फोन करने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है.
मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस के बयान में कहा गया कि सुबह 9.34 बजे मुख्यमंत्री आवास से पीसीआर को कॉल किया गया कि मुख्यमंत्री आवास पर उन पर हमला हुआ है. इसके बाद दोबारा पीसीआर को कॉल कर मारपीट की बात कही गयी. इसके बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम को मुख्यमंत्री आवास भेजा गया और कुछ समय बाद शिकायतकर्ता स्वाति मालीवाल सिविल लाइंस थाने पहुंची. उन्होंने बाद में लिखित शिकायत दर्ज कराने की बात कही और वहां से चली गयी. पुलिस को अभी तक लिखित शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव रहे अंशु कुमार ने भी केजरीवाल के आवास पर पिटाई करने का आरोप लगाया था.
कौन हैं स्वाति मालीवाल
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं स्वाति मालीवाल मौजूदा समय में आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद हैं. महिला आयोग के अध्यक्ष के तौर पर सक्रियता के कारण वे काफी चर्चित रही हैं. सूत्रों का कहना है कि मालीवाल सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके आवास पहुंची थी. लेकिन केजरीवाल के पीए बिभव कुमार ने उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी. केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय पार्टी के विरोध प्रदर्शन से गायब रहने के बाद मालीवाल को लेकर पार्टी में सवाल उठ रहे थे. मालीवाल उस दौरान अमेरिका में थी. आरोप है कि सोमवार को जब मालीवाल केजरीवाल से मिलने पहुंची तो उनके साथ बदसलूकी की गयी और उन्होंने सहायता के लिए पुलिस को फोन किया. मारपीट का आरोप बिभव कुमार पर लगा है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगा दिल्ली पुलिस से जवाब
राज्यसभा सांसद के साथ कथित मारपीट मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग एक जांच टीम भेजेगा. साथ ही आयोग दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर इस मामले में तीन दिनों के अंदर पुलिस से जवाब देने के लिए पत्र लिखेगा. आयोग को कहना है कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.