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हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में फर्जी कोरोना टेस्ट मामले में बोले सीएम रावत – ‘मैंने आते ही जांच कराई, दूध का दूध और पानी का पानी होगा’

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गुरुवार को कहा कि मैं मार्च में आया हूं और ये मामला बहुत पुराना है. हमें इसकी जानकारी मिली. मैंने आते ही इसपर जांच कराई. हम चाहते हैं कि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 17, 2021 4:52 PM

देहरादून : हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में आने वाले श्रद्धालुओं को फर्जी कोरोना नेगेटिव टेस्ट सर्टिफिकेट जारी करने के मामले में गुरुवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी होगा. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए बयान में उन्होंने कहा कि मैं मार्च में आया हूं और ये मामला बहुत पुराना है. हमें इसकी जानकारी मिली. मैंने आते ही इसपर जांच कराई. हम चाहते हैं कि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.

इसके साथ ही, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी इस मामले में सरकार की ओर से उठाए गए कदम को सही ठहराया है. एएनआई को दिए बयान में उन्होंने कहा कि सरकार ने इसको बहुत गंभीरता से लिया है और इस पर एसआईटी बैठाने का निर्णय लिया है, जो स्वागत योग्य है. जिन लोगों ने ये किया है, अपराध की पुष्टि होने पर उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.

उधर, एएनआई के हवाले से मीडिया में यह खबर भी आ रही है कि हरिद्वार कुंभ मेला 2021 के दौरान हुए फर्जी कोरोना टेस्ट के मामले में सरकार ने सख्त कदम उठाया है. इस मामले में सरकार ने आरोपी कंपनियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश है. सरकार ने हरिद्वार जिला प्रशासन को महाकुंभ के दौरान कोरोना टेस्ट घोटाले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है. राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने एएनआई को बताया कि कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में 5 स्थानों पर परीक्षण करने वाली दिल्ली और हरियाणा की प्रयोगशालाओं के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया गया है.

बता दें कि हरिद्वार कुंभ मेला 2021 में हुए इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब बिना जांच के ही यहां आने वाले लोगों के पास कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पहुंचने लगी. इस मामले को सामने आने के बाद इसकी शिकायत इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से की गई. आईसीएमआर ने कोरोना टेस्ट को लेकर चल रहे फर्जीवाड़े की शिकायत उत्तराखंड के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की. विभागीय जांच में पाया गया कि हरियाणा की एक एजेंसी फर्जी तौर पर कोरोना रिपोर्ट तैयार कर रही थी.

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Posted by : Vishwat Sen

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