Coaching Centre Incident: कोचिंग सेंटर में 3 छात्रों की मौत मामले में दिल्ली पुलिस ने MCD को भेजा नोटिस
Coaching Centre Incident: दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत मामले में हंगामा जारी है. सड़क से लेकर संसद तक बवाल किया जा रहा है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने एनसीडी को मामले में नोटिस भेजा है.
Coaching Centre Incident: 27 जुलाई को मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में ‘राव आईएएस स्टडी सर्किल’ की इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने पर, सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने एमसीडी को नोटिस जारी कर, मांगी रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस ने 27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में 3 छात्रों की मौत के संबंध में दर्ज मामले की जांच में जानकारी मांगने के लिए एमसीडी को नोटिस भेजा है. दिल्ली पुलिस ने एमसीडी को पत्र लिखकर राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर के निकट स्थित नालों से गाद निकाले जाने के बारे में जानकारी मांगी है.
बरसाती नालों पर से अतिक्रमण हटाया जाएगा : एमसीडी आयुक्त
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) आयुक्त अश्विनी कुमार ने सोमवार को कहा बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा के तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद नगर निगम तीन मोर्चों पर काम कर रहा है, जिसमें बरसाती नालों पर से अतिक्रमण हटाना भी शामिल है. एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के लिए खतरा बने अवैध बेसमेंट पर भी कार्रवाई तेज कर दी गई है. उन्होंने कहा, हम तीन मोर्चों पर काम कर रहे हैं. बरसाती नालों पर किए गए अतिक्रमण, जिस वजह से नालों की सफाई आसान नहीं थी, को हटाया जाना है. अवैध बेसमेंट के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है, जो सुरक्षा के लिए खतरा हैं.
यूपी, तेलंगाना और केरल के थे छात्र
शनिवार 27 जुलाई की शाम बारिश का पानी कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में घुसने के बाद तीन छात्रों की मौत हो गई थी. घटना में जान गंवाने वाले छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल स्थित एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में हुई.
आप ने एलजी पर बोला हमला, बीजेपी को AAP को ठहराया दोषी
कोचिंग सेंटर मामले में राजनीति भी जारी है. आम आदमी पार्टी ने जहां मामले को लेकर एलजी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, वहीं बीजेपी ने आप को निशाने पर लिया. दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, जब उपराज्यपाल वहां(ओल्ड राजिंद्र नगर) गए तो उनके खिलाफ नारेबाजी हुई… छात्रों ने उन्हें वहां पर नकार दिया. मुझे लगता है कि ऐसे संवेदनशील मामले में उन्हें (वीके सक्सेना) राजनीति करने वहां पर नहीं जाना चाहिए था. दिल्ली में कितनी हत्याएं होती हैं, पुलिस का मामला होता है जो सीधा उपराज्यपाल के अधीन आता है लेकिन वहां वे कभी नहीं गए. यहां राजनीति करने गए इसलिए छात्रों ने उन्हें वहां नकार दिया. वहीं भाजपा नेता योगिता सिंह ने कहा, जिस मां-पिता ने दिल्ली में अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजा उनका क्या दोष था? उनका ये दोष था कि दिल्ली की सरकार अरविंद केजरीवाल चला रहे हैं? दिल्ली का नगर निगम चला रहे हैं? अगर आपके अधिकारी नहीं सुनते तो आप इस्तीफा दे दीजिए.