Coal Crisis: केंद्रीय मंत्री बोले- मुफ्त नहीं है बिजली, झारखंड-राजस्थान ने अपने लिए खुद ही खड़ी की समस्या
Coal Crisis In India: देश में कई राज्यों में कोयला संकट के कारण उपजे हालात पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रया दी है. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि राजस्थान की कोयले की समस्या उनकी खुद की बनाई हुई है.
Coal Crisis In India: देश में कई राज्यों में कोयला संकट के कारण उपजे हालात पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रया दी है. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि राजस्थान की कोयले की समस्या उनकी खुद की बनाई हुई है. उनको कैप्टिव कोल खदानें दी गई हैं, जिसकी कुल क्षमता 27 मिलियन टन हैं और यह कैप्टिव कोल खदानें छत्तीसगढ़ में हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है.
बिजली मुफ्त नहीं है: आरके सिंह
साथ ही केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि झारखंड की राजमहल कोल खदान में भी जब कोयला संकट आया, तब हमारे कोयला मंत्री कितनी ही बार झारखंड गए थे. उन पर डीवीसी का हजारों करोड़ का कर्ज है. आरके सिंह ने कहा कि बिजली मुफ्त नहीं है, अगर आप उन्हें भुगतान नहीं करेंगे तो वे आपको बिजली कैसे देंगे?
आवंटित कोयला नहीं उठा रहें राज्य, किसे दोष देंगे?
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने विभिन्न राज्यों को कई लाख टन कोयला आवंटित किया है. लेकिन, वे इसे नहीं उठा रहे हैं. किसे दोष देंगे. बता दें कि इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के कई राज्यों में जारी कोयला व बिजली संकट को लेकर 2 मई को उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी. अमित शाह के निवास पर हुई इस बैठक में ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी मौजूद थे. बता दें कि देश के कई राज्यों में जहां प्रचंड गर्मी के चलते बिजली की मांग बढ़ी है. वहीं, इसकी आपूर्ति भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है.
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