बड़ी राहत: खत्म हो जाएगी बिजली संकट, कोल इंडिया इस सप्ताह करेगा 15.5 लाख टन से 16 लाख टन कोयले का उत्पादन!
वहीं केन्द्र सरकार का कोयले संकट को लेकर कहना है कि देश में कोयले की आपूर्ति में कमी नहीं होगी. सरकार ने ये भी कहा कि सबसे बुरा समय अब बीत चुका है. देश में बिजली कोई कमी नहीं होगी, न ही कोई संकट नहीं आने वाला है.
देश में ऊर्जा संकट को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार कोशिश रंग लाती दिख रही है. बीते तीन-चार दिनों में कोयले का स्टॉक बढ़ने लगा है. वहीं केन्द्र सरकार का कोयले संकट को लेकर कहना है कि देश में कोयले की आपूर्ति में कमी नहीं होगी. सरकार ने ये भी कहा कि सबसे बुरा समय अब बीत चुका है. देश में बिजली कोई कमी नहीं होगी, न ही कोई संकट नहीं आने वाला है.
पीएमओ ने लिया स्थिति का जायजा: गौरतलब है कि देश में कोयला संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बीते दिन यानी मंगलवार को कोयला आपूर्ति और बिजली उत्पादन की स्थिति का जायजा लिया. सूत्रों का कहना है कि, बिजली सचिव और कोयला सचिव कोयला तथा बिजली की उपलब्धता के बारे में पूरी जानकारी दी है. वहीं, बैठक में कोयले का परिवहन बढ़ाने के उपायों पर भी चर्चा हुई. साथ ही कोयले का स्टॉक बढ़ाने का निर्देश दिया है.
वहीं, कोयले संकट को लेकर सूत्रों का कहना है कि कोल इंडिया ने बीते 4 दिनों में 1.57 मिलियन टन से 1.94 मिलियन टन प्रति दिन उत्पादन बढ़ाया है. साथ ही आने वाले समय में इसे और बढ़ाया जाएगा. वहीं, सरकार ने रेलवे से बिजलीघरों तक कोयले की ढुलाई को लेकर रैक उपलब्ध कराने को कहा गया है. ताकी संयंत्रों में कोलले की कमी न हो. इसके अलावा सरकार ने राज्यों से बिजली को ऊंचे दाम पर बेचने से भी मना किया है.
सूत्रों की माने तो कोल इंडिया ने बीते 4 दिनों में 1.57 मिलियन टन से 1.94 मिलियन टन प्रति दिन कोयले का उत्पादन बढ़ाया है. वहीं, कोयले का उत्पादन आने वाले समय में कोल इंडिया और बढ़ाएगा. उम्कोमीद की जा रही है कि इस सप्ताह कोल इंडिया लिमिटेड कोयले की आपूर्ति बढ़ाकर प्रतिदिन 15.5 लाख टन से 16 लाख टन कर सकता है. सरकार ने यह निर्देश भी दिया है.
भाषा इनपुट के साथ