Coal Shortage in India: देश में बढ़ते कोयला संकट को लेकर मचे हाहाकार के बीच केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने रविवार को कहा कि बिजली आपूर्ति बाधित होने का बिल्कुल भी खतरा नहीं है. कोल इंडिया लिमिटेड के पास 24 दिनों की कोयले की मांग के बराबर 43 मिलियन टन का पर्याप्त कोयले का स्टॉक है.
इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को कहा था कि कोयले की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के कारण घरेलू बाजार में भी कोयले की कीमत बढ़ी है. केंद्रीय कोयला मंत्री ने कहा कि अगले तीन-चार दिनों में स्थिति ठीक हो जाएगी. उनका कहना है कि कीमत बढ़ने की वजह से यहां बिजली उत्पादन घटा है. हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई है कि यह स्थिति तीन-चार दिन में ठीक हो जायेगी. उन्होंने कहा कि देश के कई इलाकों में अत्यधिक वर्षा से भी बिजली उत्पादन संयत्रों में कोयले की कमी हुई है.
Assuring everyone that there is absolutely no threat of disruption in power supply. There is sufficient coal stock of 43 million tonnes with Coal India Ltd equivalent to 24 days coal demand: Union Minister of Coal Pralhad Joshi
— ANI (@ANI) October 10, 2021
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प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम अगर आप पिछले कई वर्षों से तुलना करेंगे तो सितंबर माह के दौरान कोयला का उत्पादन और आपूर्ति उच्चतम स्तर पर हुई है. विशेष कर, अक्टूबर महीने के दौरान भी उत्पादन बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि आयातित कोयले की अंतरराष्ट्रीय कीमत अचानक से बढ़ गई है. इस वजह से आयातित कोयले का इस्तेमाल करने वाले बिजली संयंत्रों ने बिजली उत्पादन बंद कर दिया. उन्होंने उत्पादन बंद कर दिया है इसलिए बिजली उत्पादन का पूरा भार अब घरेलू कोयले पर है. केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि वह स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. इसके बाद, अगले एक-दो दिनों में कोयले की उपलब्धता को लेकर पूरी जानकारी साझा करेंगे.
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