Cold Alart: भारत पहुंचा पश्चिमी विक्षोभ, हो सकती है भारी बर्फबारी, मैदानी क्षेत्रों में जोरदार बारिश की संभावना

Cold Alart: इराक और ईरान के रास्ते आगे बढ़ता हुआ पश्चिमी विक्षोभ बुधवार को भारत की सीमा में प्रवेश कर गया. इसके पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय होते ही भारी बर्फबारी की संभावना बन रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 4, 2020 10:27 AM
an image

Cold Alart: इराक और ईरान के रास्ते आगे बढ़ता हुआ पश्चिमी विक्षोभ बुधवार को भारत की सीमा में प्रवेश कर गया. इसके पहाड़ी क्षेत्रों में सक्रिय होते ही भारी बर्फबारी की संभावना बन रही है. मैदानी क्षेत्रों में बारिश के भी आसार हैं. इसके अलावा मैदानी क्षेत्रों में सुबह के समय हल्की धुंध छायी रहेगी और ठंड में तेजी से इजाफा हो सकता है. इधर, दिसंबर महीने की शुरूआत होते ही ठंड का कहर भी बढ़ना शुरू हो गया है.

पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ देखा जा रहा है. कई मैदानी इलाकों में सुबह की शुरूआत कोहरे के साथ हो रही है. हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई राज्यों में कंपाने वाली ठंड ने दस्तक दे दी है. ठंड के चलते लोगों को अपने रोजमर्रा के काम करना मुश्किल हो रहा है.

  • कोहरे के साथ होगी सुबह की शुरुआत, बढ़ेगा ठंढ का कहर

  • बंगाल की खाड़ी के पास एक मौसमी सिस्टम हुआ सक्रिय, तेज हुआ तो पश्चिमी विक्षोभ को कर सकता है प्रभावित

  • बंगाल की खाड़ी के नजदीक कम वायुदाब का क्षेत्र बनने से मैदानी क्षेत्रों में हो सकती है बारिश, छाये रहेंगे बादल

  • लद्दाख, हिमाचल, उत्तराखंड के पहाड़ों पर गिरेगी बर्फ, तेज बारिश होगी, बर्फ गिरते ही मैदानी क्षेत्रों में बढ़ेगी ठंड व धुंध

दिल्ली में टूटा 71 साल पुराना रिकॉर्ड : दिल्ली में नवंबर का महीना इस साल रिकॉर्ड तोड़ने वाला रहा. दिल्ली में यह महीना 71 सालों में सबसे ठंडा दर्ज किया गया और आने वाले समय में ठंड और बढ़ने की उम्मीद जतायी जा रही है. मौसम विभाग का कहना है कि नवंबर में औसत न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस रहा. चार दिन (3, 20, 23 व 24 नवंबर) ऐसे थे जब शीतलहर चली. इससे पहले 23 नवंबर को न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इससे पहले 1949 के नवंबर महीने में इतनी ठंड पड़ी थी.

Also Read: मंगल पर बसेगी दुनिया!, भारतीय मूल के वैज्ञानिकों ने बनाया सिस्टम, लाल ग्रह पर पानी से बनेगा ऑक्सीजन

Posted by: Pritish sahay

Exit mobile version