Cold Wave in Delhi: दिल्ली NCR में शीतलहर का कहर बरकरार, दिन में पारा 2 डिग्री, रात में और गिरने की संभावना
दिल्ली में आज भी शीतलहर का कहर बरकरार रहा. आज यहां दिन में न्यूनतम 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, आज का अधिकतम तापमान 19 डिग्री तक जा सकता है. IMD के रिपोर्ट की माने तो आज सबसे कम तापमान 1 डिग्री तक जा सकता है.
Delhi Cold Wave Continues: दिल्ली में शीतलहर का कहर अभी भी जारी है. यहां रह रहे लोगों को सुबह और शाम के काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस बढ़ते ठंड के कारण लोग ठिठुर-ठिठुर कर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं. बता दें आज दिल्ली एनसीआर में सुबह के समय दो डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. बता दें मौसम विभाग के अनुसार लोधी रोड एरिया में 2 डिग्री सेल्सियस, रिज में 2.2 डिग्री सेल्सियस, सफदरगंज में 2.4 डिग्री सेल्सियस और आयानगर में 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो दिल्ली में यह ठंड का दूसरा दौर है और इस बार यह नये रिकार्ड्स भी बना सकता है. सुबह के समय धूप जरूर निकल रही है लेकिन, हवा अभी भी सर्द है. यह सर्द हवा दिन के ढलते-ढलते बर्फीली होती जाती है. कारण यही है कि रात होते-होते यहां का तापमान गिरकर 1 डिग्री तक पहुंच जाता है.
दिल्ली में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के रिपोर्ट्स पर नजर डालें तो आने वाले एक से दो दिनों में यहां लोगों को ठंड से कोई भी राहत नहीं मिलने वाली है. IMD की रिपोर्ट पर नजर डालें तो आज यहां न्यूनतम तापमान 1 डिग्री तक और अधिकतम तापमान 19 डिग्री तक जा सकता है. खबरों की अगर माने तो आने वाले कई दिनों में राजधानी दिल्ली में बारिश भी होने की संभावना है. अगर बारिश होती है तो दिल्ली में ठंड का माहौल ऐसे ही जारी रहेगा. 19 जनवरी के बाद तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी. बता दें अगर बारिश होती है तो दिल्ली में कोहरा भी वापसी कर सकता है.
ऑरेंज अलर्ट जारी
आईएमडी (IMD) ने दिल्ली में आज और कल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. उसने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण 18 से 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे 3 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ेगा. बता दें जब भी जब पश्चिमी विक्षोभ किसी क्षेत्र में आता है तो हवा की दिशा बदल जाती है. पर्वतों से आनेवाली ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं रुक जाती है जिससे तापमान बढ़ जाता है. मैदानी हिस्सों में शीतलहर की घोषणा तब की जाती है, जब न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है. भीषण शीतलहर की घोषणा तब की जाती है जब न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है.