‘वैक्सीन लगवाकर आयें, फ्री में छोले-भटूरे खायें’, चंडीगढ़ के संजय को पीएम मोदी ने मन की बात में किया याद
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 79वें संस्करण में चंडीगढ़ के संजय राणा का जिक्र किया और उनकी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि दुनिया में परोपकार के लिए भारत का नाम लिया जाता है. दरअसल संजय राणा ठेले पर छोले-भटूरे बेचते हैं.
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 79वें संस्करण में चंडीगढ़ के संजय राणा का जिक्र किया और उनकी जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि दुनिया में परोपकार के लिए भारत का नाम लिया जाता है. दरअसल संजय राणा ठेले पर छोले-भटूरे बेचते हैं. लोगों को कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूक करने के लिए उन्होंने एक ऑफर दिया था कि वैक्सीन लगवाकर आयें और फ्री में छोले भटूरे खायें.
पीएम मोदी ने इसी का जिक्र करते हुए कहा कि अपने लिए तो संसार में हर कोई जीता है. लेकिन वास्तव में वही व्यक्ति जीता है जो परोपकार के लिए जीता है. आज भी ऐसे ही कुछ और साथियों के बारे में हम बात करते हैं. एक साथी चंडीगढ़ शहर के हैं. चंडीगढ़ में, मैं भी, कुछ वर्षों तक रह चुका हूं. यह बहुत खुशमिजाज और खुबसूरत शहर है. यहां रहने वाले लोग भी दिलदार हैं और हाँ, अगर आप खाने के शौकीन हो, तो यहां आपको और आनंद आयेगा.
मोदी ने कहा कि इसी चंडीगढ़ के सेक्टर 29 में संजय राणा जी, फूड स्टॉल चलाते हैं और साईकिल पर छोले-भटूरे बेचते हैं. एक दिन उनकी बेटी रिद्धिमा और भतीजी रिया एक आइडिया के साथ उनके पास आई. दोनों ने उनसे कोरोना वैक्सीन लगवाने वालों को फ्री में छोले–भटूरे खिलाने को कहा. वे इसके लिए खुशी-खुशी तैयार हो गये. उन्होंने, तुरंत ये अच्छा और नेक प्रयास शुरू भी कर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि संजय राणा जी के छोले-भटूरे मुफ़्त में खाने के लिए आपको दिखाना पड़ेगा कि आपने उसी दिन वैक्सीन लगवायी है. वैक्सीन का मैसेज दिखाते ही वे आपको स्वादिष्ट छोले–भटूरे दे देंगे. कहते हैं, समाज की भलाई के काम के लिए पैसे से ज्यादा, सेवा भाव, कर्तव्य भाव की ज्यादा आवश्यकता होती है. हमारे संजय भाई, इसी को सही साबित कर रहे हैं.
पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए संजय राणा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि मन की बात कार्यक्रम में मेरा नाम लेने के लिए प्रधानमंत्री जी की बहुत-बहुत धन्यवाद. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी ने सुझाव दिया कि मुझे उन लोगों को छोले भटूरे मुफ्त में देने चाहिए जो कोरोना वैक्सीन लेते हैं. इसलिए मैंने इसे लगभग 2 महीने पहले शुरू किया था. मैं एक दिन में ऐसे 25 से ज्यादा लोगों को खाना खिलाता हूं.
Posted By: Amlesh Nandan.