कांग्रेस की हालत जमींदारों जैसी, आकलन करे पार्टी, शरद पवार ने कहानी सुनाकर दिया सुझाव
कांग्रेस पार्टी के कमजोर हो जाने वाले सवाल पर पवार ने कहा कि हां पार्टी थोड़ी कमजोर जरूर हुई है, लेकिन अभी भी भाजपा से मुकाबले के लिए यही एक राष्ट्रीय पार्टी है.
नयी दिल्ली : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस को एक कमजोर पार्टी बताते हुए उसके शीर्ष नेतृत्व की तुलना जमींदार से कर दी है. हालांकि उन्होंने पार्टी का बचाव करते हुए यह भी कहा कि भाजपा का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ही एक मात्र राष्ट्रीय पार्टी है. आज तक को दिये एक इंटरव्यू में उन्होंने एक जमींदार की कहानी सुना दी.
कांग्रेस पार्टी के कमजोर हो जाने वाले सवाल पर पवार ने कहा कि हां पार्टी थोड़ी कमजोर जरूर हुई है, लेकिन अभी भी भाजपा से मुकाबले के लिए यही एक राष्ट्रीय पार्टी है. उन्होंने कहा कि हम पुराने कांग्रेस को देखते आए हैं, लेकिन आज की कांग्रेस वैसी नहीं रह गयी है. बहुत से लोगों ने पार्टी छोड़ दी है और कांग्रेस कमजोर हो गयी है. देश में यही एक पार्टी है जिसकी कई राज्यों में सरकार है.
उन्होंने भाजपा के खिलाफ महागठबंधन को लेकर कहा कि सत्ता पाने के लिए ऐसे विकल्पों को मैं सही नहीं मानता. मैं चाहता हूं कि एक ऐसा विकल्प हो जो स्थिरता वाला हो. विकास कार्यक्रम को आगे ले जाने के लिए विकल्प पर विचार तैयार होना चाहिए, जो आज कांग्रेस नहीं कर पा रही है. फिर भी मैं कहूंगा कि कांग्रेस ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जो भाजपा के खिलाफ मौजूदगी रखती है.
पवार ने कहा कि जब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की बात आती है तो कांग्रेस के नेता ज्यादा संवेदनशील हो जाते हैं. पवार ने जमींदारों की एक कहानी सुनायी और कहा कि यूपी में जमींदारों की एक कहानी बड़ी प्रचलित है. उनके पास बड़ी-बड़ी हवेलियां और काफी जमीनें थीं. लैंड सीलिंग एक्ट के बाद उनके जमीन कम हो गये. उनके पास हवेलियों के रख-रखाव का खर्च भी नहीं बचा. लेकिन रोज सुबह वे जमीनों को देखकर कहते थे ये मेरा है. कांग्रेस की मानसिकता भी कुछ ऐसी ही हो गयी है.
Also Read: प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर सोनिया गांधी लेंगी अंतिम फैसला, कई नेता विरोध में
बता दें कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले कुछ दिनों से शरद पवार सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिल रहे हैं. इसे भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा खूब है. पार्टी का एक धड़ा इसके विरोध में खड़ा है. लेकिन कई दिग्गज नेता पीके को पार्टी में अहम पद देने के लिए तैयार हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.