Loading election data...

कांग्रेस को फिर लगा बड़ा झटका, आजाद के बाद तेलंगाना में पूर्व सांसद ने सौंपा इस्तीफा

एमए खान ने अपने पत्र में राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पद संभालने के बाद पार्टी में चीजें बिगड़ने लगीं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अपनी एक अलग विचारधारा है, जो ब्लॉक स्तर से लेकर बूथ स्तर तक किसी भी सदस्य से मेल नहीं खाती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2022 9:38 AM

कांग्रेस में इस्तीफे का दौर जारी है. गुलाब नबी का आजाद के बाद पूर्व राज्यसभा सांसद एमए खान ने पार्टी से इस्तीफा दिया है. एमए खान ने पत्र के माध्यम से इस्तीफे की घोषणा की है. वे भी पत्र में आजाद की तरह राहुल गांधी पर हमलावर रहे. बता दें कि बीते दिन गुलाब नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए राहुल गांधी को नॉन सीरियस नेता कहा था, जिसके बाद राहुल गांधी की काफी किरकिरी हुई थी.


राहुल गांधी पर खान हुए हमलावर

एमए खान ने अपने पत्र में राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पद संभालने के बाद पार्टी में चीजें बिगड़ने लगीं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की अपनी एक अलग विचारधारा है, जो ब्लॉक स्तर से लेकर बूथ स्तर तक किसी भी सदस्य से मेल नहीं खाती है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को यह भी नहीं पता की पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए.

कांग्रेस जनता को समझने में रही विफल- खान

एमए खान ने समाचार एजेंसी एएनआई को इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया… खान ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी जनता को समझने में पूरी तरह विफल रही. उन्होंने कहा, पार्टी को कई लोगों ने अपनी मेहनत से मजबूत बनाया था. लेकिन पार्टी उन्हें समझने में विफल रही. उन्होंने कहा कि स्थिति को देखते हुए हमने पार्टी से इस्तीफा दिया है. इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं था. एमए खान को कांग्रेस से जुड़े 4 दशक हो गए हैं.

Also Read: Congress CWC: गुलाम नबी आजाद के आवास पर जुटे G23 गुट के नेता, CWC बैठक में छाया रहेगा इस्तीफे का मुद्दा
2024 से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका

गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ते ही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था. इसके अलावा आजाद के पार्टी छोड़ते ही जम्मू कश्मीर इकाई के पांच नेताओं ने उनका समर्थन करते हुए पार्टी छोड़ी दी थी. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले इस्तीफे का दौर कांग्रेस की मुश्किलें फंसती दिख रही है.

Next Article

Exit mobile version