Congress: आम आदमी पार्टी के खिलाफ क्यों हमलावर हुई कांग्रेस
आम आदमी पार्टी के उभार के बाद कांग्रेस दिल्ली में तीसरे पायदान पर पहुंच गयी. इसके अलावा कांग्रेस को पंजाब, हरियाणा, गोवा, गुजरात जैसे राज्यों में केजरीवाल की पार्टी के कारण सियासी नुकसान उठाना पड़ा. कांग्रेस का मानना है कि केजरीवाल के साथ गठबंधन का नुकसान कांग्रेस उठा रही है. ऐसे में अब केजरीवाल के साथ गठबंधन पार्टी के हित को व्यापक नुकसान पहुंचा सकता है.
Congress: कांग्रेस ने वर्ष 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने और फिर वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने को बड़ी गलती करार दिया. दिल्ली में लोकसभा का चुनाव आम आदमी के साथ गठबंधन में लड़ने वाली कांग्रेस के अचानक बदले रवैये की वजह वोट बैंक है. आम आदमी पार्टी का मौजूदा वोट बैंक कभी कांग्रेस का मजबूत आधार था. आम आदमी पार्टी के उभार के बाद कांग्रेस दिल्ली में तीसरे पायदान पर पहुंच गयी. इसके अलावा कांग्रेस को पंजाब, हरियाणा, गोवा, गुजरात जैसे राज्यों में केजरीवाल की पार्टी के कारण सियासी नुकसान उठाना पड़ा. लेकिन राजनीतिक मजबूरी के कारण कांग्रेस और आप इंडिया गठबंधन का हिस्सा बने. दोनों दलों ने लोकसभा चुनाव हरियाणा और दिल्ली में मिलकर लड़ा. लेकिन लोकसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता नहीं मिलने के बाद कांग्रेस और आप के बीच दूरी बढ़ गयी.
ऐसे में कांग्रेस अपने सियासी जनाधार को वापस हासिल करने के लिए एक बार फिर केजरीवाल पर हमलावर हो गयी है. कांग्रेस ने माना कि केजरीवाल को पूर्व में समर्थन देना बड़ी गलती थी. गुरुवार को कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद अरविंद केजरीवाल को समर्थन देना कांग्रेस की गलती थी और लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करना भी बड़ी गलती थी. बुधवार को कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार के खिलाफ श्वेत पत्र जारी किया. श्वेत पत्र में दिल्ली सरकार की नाकामियों का विस्तृत ब्यौरा पेश किया गया है.
ममता बनर्जी से केजरीवाल की नजदीकी के बढ़ी खटास
हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करार हार के बाद इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की स्थिति कमजोर हुई. तृणमूल कांग्रेस की ओर से ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन की अगुवाई करने की बात सामने आयी. इसके बाद इंडिया गठबंधन में शामिल कई दलों ने इंडिया गठबंधन की कमान ममता बनर्जी को सौंपने का समर्थन किया. आम आदमी पार्टी ने भी ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का कमान सौंपने की बात का पुरजोर समर्थन किया. कांग्रेस में पहले ही आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को लेकर भरोसे की कमी थी.
ममता बनर्जी का समर्थन करने के बाद यह भरोसा और कमजोर हो गया. कांग्रेस में पहले ही आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर गहरे मतभेद थे. लेकिन इंडिया गठबंधन की मजबूरी के कारण कांग्रेस को आप के साथ समझौता करना पड़ा. यह गठबंधन और आगे चलने की संभावना थी, लेकिन केजरीवाल के ममता बनर्जी के समर्थन करने के पीछे की मंशा को भांपकर कांग्रेस ने दिल्ली में मजबूती से चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. यही वजह है कि अब कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली की जनता को गुमराह करने का आरोप लगा रही है.